उज्जैन

शहर में एक थाना ऐसा भी जो कंटेनर में संचालित हो रहा….

सिंहस्थ से बचे छह कंटनरों में खुल गया थाना, एक में टीआई तो दूसरे में कैदी बंद

उज्जैनFeb 19, 2018 / 12:37 pm

Lalit Saxena

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उज्जैन. अब तक आपने टूटे-फूटे भवन या जर्जर थानों में पुलिस स्टेशन चलते तो देखा होगा, लेकिन शहर में एक पुलिस थाना ऐसा भी है जो कंटेनर में संचालित हो रहा है। जी हां, हम बात कर रहे हैं नागझिरी पुलिस थाने की। यहां थाने के लिए भवन नहीं बनने पर छह कंटेनर रख दिए गए और हर कंटेनर में थानों के अलग-अलग विभाग बांट दिए। इनमें एक में टीआई बैठ रहे तो एक में विवेचना कक्ष बना दिया गया है, वहीं एक कंटेनर कैद खाने के रूप में उपयोग में आ रहा है। दरअसल यह कंटनेर सिंहस्थ के दौरान पुलिस फोर्स के लिए आए थे, बच गए तो इन्हें थाने की शक्ल में तब्दील कर दिया। बड़ी बात यह कि कंटेनर में थाने को चलते सालभर होने आए हैं, लेकिन अब तक नया भवन उपलब्ध नहीं हो पाया है। वहीं इन कंटेनरों में पुलिसकर्मी बमुश्किल से काम कर पा रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार अब तक थाने भवन की सुध नहीं ले पाए।
थाने में खड़ा कर रखा चलित शौचालय
कंटेनर से बने इस थाने में पुलिसकर्मियों की ‘सुविधाÓ की अलग तरह से व्यवस्था कर रखी है। यहां शौचालय नहीं बनाए गए हैं। इसकी जगह नगर निगम का चलित शौचालय खड़ा कर रखा है। पुलिसकर्मी बता रहे हैं कि जब शौचालय भर जाता हैं तो निगम इसे ले जाता है। उस दौरान पुलिसकर्मी दूर सूने स्थान पर जाने को मजबूर होते हैं।
गर्मी में ज्यादा परेशानी तापमान ५० डिग्री
कंटेनर रूपी इस थाने में पुलिसकर्मियों का काम करना भी किसी सजा से कम नहीं है। यह कंटेनर २० बाय १० फीट के है। इनकी उंचाई करीब १० फीट है। चारों ओर से लोहे की शीट से ढंके हुए हैं। गर्मी के दिनों में कंटेनर भट्टी के रूप में तब्दील हो जाते हैं। पुलिसकर्मी बता रहे हैं कि तेज गर्मी में कंटेनर में तापमान ५० डिग्री तक हो जाता है। कूलर लगते हैं लेकिन वह फेल रहते हैं। गर्मी के दिनों में सिर्फ सामान रखने भर के काम आते हंै बाकी थाना खुले में चलता है। फरवरी में मौसम में मामूली ठंडक है, लेकिन कंटेनर में दोपहर में बैठना मुश्किल हो जाता है। यही हालत बारिश के मौसम में है एक-दूसरे कंटेनर में जाने में मुश्किल आती है। ठंड के दिनों में कंटेनर खासे ठंडे हो जाते हैं।
पांच कंटेनर में ३० पुलिसकर्मियों का स्टाफ
नागझिरी थाना फरवरी २०१७ में बनाया गया था। तत्कालीन डीजीपी ऋषिकुमार शुक्ला ने इसका उद्घाटन किया था। थाने में वर्तमान में करीब ३० पुलिसकर्मियों का स्टाफ है। इसमें एक टीआई, दो सब इंस्पेक्टर, दो महिला पुलिसकर्मी तथा २२ पुलिसकर्मी है।
२०२० तक बन जाएगा थाना
&नागझिरी थाने के लिए जमीन की तलाश लगभग पूरी हो गई है, अब कंस्ट्रशन की तैयारी है संभवत: वर्ष २०२० तक थाना नवनिर्मित बिल्डिंग में चला जाएगा। गर्मी के मौसम में कूलर लगाएंगे।
एमएस गौतम, टीआई, नागझिरी
चंद घंटों में वेस्ट से बेस्ट बना रोड कॉर्नर
देवास रोड मुंगी तिराहे पर पुराने टायरों को रंगीन कर लगाए पौधे

उज्जैन. जिस प्रकार वेस्ट से बेस्ट के जरिए कई लोग अपने घरों को खूबसूरती देते हैं कुछ इसी तर्ज पर नगर निगम शहर को सुंदर बनाने में जुटा है। रविवार को देवास रोड मुंगी तिराहे पर चंद घंटों में खाली कॉर्नर का सौन्दर्यीकरण किया गया। यहां वाहनों के पुराने टायरों पर मल्टी कलर कर इन्हें आकर्षक गमलों का रूप दे दिया।
इनमें विभिन्न प्रजाति के सुंदर पौधे लगाने से ये कॉर्नर आकर्षक दिखने लगा। निगम उपयंत्री संजय भावसार के अनुसार वर्कशॉप में रखे भंगार टायरों का रंग-रोगन कर कुछ ही राशि में सौंदर्यीकरण कर दिया। अन्य प्रमुख मार्गों पर भी कॉर्नर व ऐसे स्थानों को वेस्ट से बेस्ट बनाने की प्लानिंग है।

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