अनैतिक कृत्यों के उजागर होने के बाद
संघ से भेजे गए नेताओं को भाजपा में संगठन मंत्री का दायित्व दिया जाता है। पहले केवल पूर्णकालिक को ही यह जिम्मा सौंपा जाता था लेकिन अनैतिक कृत्यों के उजागर होने के बाद भाजपा ने शादीशुदा नेताओं को भी यह जवाबदारी देना शुरू कर दिया। इसके बाद भी कई तरह कि किस्से सामने आते रहते हैं। लिहाजा अब पार्टी मध्यभारत, महाकौशल, मालवा-निमाड़ में ही संगठन मंत्री रखेगी। मुख्यालय तय कर इन्हें संबंधित परिक्षेत्र में संगठन गतिविधियों के संचालन का जिम्मा सौँपा जाएगा।
जोशी हुए भूमिगत, तीन दिन से कोई पोस्ट नहीं
अक्सर सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले पूर्व संगठन मंत्री प्रदीप जोशी ने ८ जुलाई के बाद से फेसबुक पर कोई नई पोस्ट नहीं डाली। अमरनाथ यात्रा का अनुभव साझा करने के बाद उन्होंने अपनी कोई टिप्पणी या फोटो यहां नहीं डाला। अनैतिकता के आरोपों से घिरने के बाद वे भूमिगत हो गए और किसी भी स्थानीय नेता के संपर्क में नहीं हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार उन्होंने दिल्ली में संगठन स्तर के नेताओं को अपनी सफाई दे दी और अन्य किसी प्रदेश में संगठन का कामकाज देखने की मंशा जताई।
पूर्व संगठन मंत्री पर दर्ज हो पुलिस प्रकरण
मप्र कांग्रेस कमेटी के महामंत्री भरत पोरवाल ने भाजपा के पूर्व संगठन मंत्री प्रदीप जोशी पर किशोर व युवाओं के साथ अनैतिक संबंध बनाने का आरोप लगाते हुए प्रकरण दर्ज करने की मांग रखी। एसपी को दिए पत्र में पोरवाल ने कहा कि यह बहुत बड़ा स्कैंडल है और इसमें और भी कई नेता लिप्त है। जिन भी किशोर व युवाओं के साथ ये गलत हरकतें हुई है उन्हें न्याय मिलना चाहिए।