22 मार्च जनता कफ्र्यू के बाद धार्मिक नगरी में कोरोना की दस्तक हो चुकी थी। जांसापुरा क्षेत्र से पहला मरीज महिला के रूप में सामने आया था। जिसे इंदौर भेजा गया। जहां उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजीटिव पाई गई। रिपोर्ट आने के कुछ घंटे बाद ही महिला की मौत हो गई। परिवार के 12 सदस्यों को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आइसोलेट किया जिसमें परिवार के दो और सदस्यों को कोरोना पीडि़त होने की पुष्टि शुक्रवार तक हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार शाम कोरोना हेल्थ बुलेटिन जारी कर बताया कि अब तक 410 मरीजों की सूची उन्हें प्राप्त हो चुकी है। 159 का सर्वे कराया गया है।
118 को होम आइसोलेट किया गया है। कोरोना संक्रमण से संदिग्ध 34 लोगों के सेम्पल जांच के लिए शुक्रवार तक भेजे गए थे। वहीं 13 नए संदिग्ध मरीजों को माधवनगर अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। शुक्रवार तक आई जांच सेम्पलों की रिपोर्ट में 9 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है। शेष की रिपोर्ट आना बाकी है। जल्द ही उनकी रिपोर्ट के संबंध में भी पुष्टि की जाएगी। इस बीच सामने आया कि बोहरा बाखल में रहने वाला कोरोना
संदिग्ध वृद्ध जिसकी मौत हो चुकी थी वह कोरोना से पीडि़त नहीं था।
तीन वर्षीय मासूम की मौत
उन्हेल से तीन वर्षीय मासूम बालिका को परिजन आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज उपचार के लिए लेकर पहुंचे थे। मासूम को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उसे कोरोना का संदिग्ध मानकर उपचार शुरू किया गया था। इस बीच शुक्रवार को मासूम की मौत हो गई। डॉक्टरों ने जांच सेम्पल लैब भेजा है। इस बीच एक राहतभरी खबर आई कि केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ से सर्दी-जुकाम से पीडि़त पैरोल से लौटै बंदी जिसे कोरोना का संदिग्ध मानते हुए माधवनगर आइसोलेशन वार्ड भेजा गया था, उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उसे सामान्य वार्ड में शिफ्ट किया गया है।
85 लोगों की प्रशासन को तलाश
जिला प्रशासन ने शुक्रवार को 605 लोगों की सूची जारी की जो हाल ही में विदेश यात्रा के बाद उज्जैन आए थे। सूची के आधार पर विदेश से लौटे लोगों की तलाश शुरू की गई जिसमें से 85 लोग लापता होना सामने आए हैं। प्रशासन लोगों की तलाश कर रहा है और उनके घरों पर कोरोना नोटिस भी चस्पा किए गए हैं।