scriptतिल चतुर्थी महोत्सव : सवा लाख लड्डुओं का भोग लगेगा भगवान चिंतामण गणेश को, बड़े गणेश मंदिर में मनेगा 111वां स्थापना दिवस | Til Chaturthi worship ceremony in Ganesh temples | Patrika News
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तिल चतुर्थी महोत्सव : सवा लाख लड्डुओं का भोग लगेगा भगवान चिंतामण गणेश को, बड़े गणेश मंदिर में मनेगा 111वां स्थापना दिवस

माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को तिल महोत्सव मनाया जाएगा।

उज्जैनJan 04, 2018 / 10:18 pm

Lalit Saxena

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उज्जैन। तिल चतुर्थी महोत्सव का आयोजन शुक्रवार को मनाया जाएगा। भगवान विघ्नहर्ता चिंतामण गणेश मंदिर में प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को तिल महोत्सव मनाया जाएगा। इस अवसर पर भगवान गणेश को सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाया जाएगा। वहीं महाकाल मंदिर के नजदीक स्थित श्रीबड़े गणेश मंदिर में 111वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा।

चिंतामण गणेश के सुबह 4 बजे खुलेंगे पट
चिंतामण मंदिर के पुजारी संतोष पुजारी, शंकर पुजारी ने बताया मंदिर के पट सुबह 4 बजे खुलेंगे। इसके बाद भगवान का पंचामृत अभिषेक पूजन कर घी, सिंदूर, वर्क से शृंगार किया जाएगा।

11 ब्राह्मणों द्वारा होगा अभिषेक पूजन
11 ब्राह्मणों द्वारा विभिन्न प्रकार के रसों से भगवान का अभिषेक पूजन होगा। प्रात:8 बजे विशेष महाआरती की जाएगी व सवा लाख तिल लड्डुओं का महाभोग लगाया जाएगा। शंकर गुरु ने बताया कि भक्तों को तिल लड्डुओं, फरियाली खिचड़ी, फरियाली भजिए, गाजर का हलवा, जलेबी, फरियाली आलू पेटिस का वितरण किया जाएगा।

बड़े गणेश का १११वां स्थापना दिवस
महाकालेश्वर मंदिर के समीप स्थित बड़े गणेशजी का स्थापना दिवस माघी चतुर्थी के दिन (5 जनवरी) को मनाया जाएगा। ज्योतिर्विद पं. आनंदशंकर व्यास ने बताया कि आजादी के पहले वर्ष 1908 में भारत के गणतंत्र की प्राप्ति के लिए बड़े गणेशजी की विशालकाय प्रतिमा की स्थापना की गई थी। स्थापना को 111 साल हो गए। इस मौके पर मंदिर में विशेष पूजन, शृंगार, भव्य आरती व धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे।

शहर के अन्य गणेश मंदिरों में सजावट
शहर के विभिन्न गणेश मंदिरों में माघी कृष्ण चतुर्थी के अवसर पर आकर्षक सजावट की जाएगी। महिलाएं भी चांद को देखकर चतुर्थी का व्रत खोलेंगी। ज्योतिषों के अनुसार यह संकष्टी श्रीगणेश चतुर्थी व्रत रहेगा। जिसे माघी चतुर्थी भी कहा जाता है। इस व्रत को करने से संकटों का नाश होता है। इसके अलावा भगवान को तिल के लड्डुओं का महाभोग भी अर्पण किया जाएगा। घरों में भी भगवान गणेश का पूजन-अर्चन किया जाएगा।

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