साल का पहला ग्रहण शुक्रवार की रात को
साल का पहला ग्रहण शुक्रवार की रात को होगा। जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक आरपी गुप्त के अनुसार यह प्रतिच्छाया चंद्रग्रहण होगा, जो भारत में दृश्य होगा। प्रतिच्छाया चंद्रग्रहण में चंद्रमा का कोई भाग पृथ्वी की वास्तविक छाया से नहीं ढंकता है, बल्कि चंद्रमा पृथ्वी के उपछाया वाले हिस्से से गुजरता है। इससे उसका प्रकाश कुछ मद्धम हो जाता है। इस स्थिति को हम बिना टेलिस्कोप के भी देख सकते हैं। इसलिए प्रतिच्छाया चंद्रग्रहण को सामान्यत: ग्रहण के रूप में मान्यता नहीं दी जाती है। ग्रहण का आरंभ 10 जनवरी को रात 10.36 बजे होगा। मध्य की स्थिति रात 12.40 बजे और समापन रात 2.44 बजे होगा।
इस वर्ष कब-कब होंगे ग्रहण
– दूसरा चंद्रग्रहण 5-6 जून को होगा। जो भारत में दिखेगा, लेकिन प्रतिच्छाया ग्रहण होने से उज्जैन में नजर नहीं आएगा। इसलिए मान्य नहीं होगा।
– तीसरा सूर्यग्रहण 21 जून को होगा, जो कणिका सूर्यग्रहण होगा। यह उज्जैन में 3 घंटे 31 मिनट तक दृश्य होगा। सूर्य 74.3 प्रतिशत ढंक जाएगा।
– चौथा चंद्रग्रहण 5 जुलाई को होगा, जो प्रतिच्छाया होकर उज्जैन में नहीं दिखेगा।
– पांचवां चंद्रग्रहण 30 नवंबर को होगा, जो शहर में दिखाई नहीं देगा।
– छठा पूर्ण सूर्यग्रहण 14 दिसंबर को होगा, यह भारत में दिखाई नहीं देगा।