घायलों में बच्चे भी शामिल, सभी को उज्जैन रेफर
उज्जैन•May 18, 2019 / 12:35 am•
Mukesh Malavat
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नागदा. वैवाहिक समारोह में जाने वाले ग्रामीण जान से खिलवाड़ करने को आमादा है। ऐसा ही एक उदाहरण शुक्रवार दोपहर को देखने मिला। दरअसल ग्राम बैरछा व रजला मार्ग पर वैवाहिक समारोह से लौट रहे ग्रामीणों की ट्रैक्टर ट्राली पलटी खा गई। घटना में 16 लोग गंभीर घायल हुए। सूचना पर मौके पर पहुंची एम्बुलेंस ने घायलों को सिविल अस्पताल पहुंचाया।
प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को जिला मुख्यालय स्थित आरडी गार्डी अस्पताल रेफर कर दिया। ग्रामीण रतलाम जिले के महूखेड़ी में आयोजित वैवाहिक समारोह में शामिल होकर लौट रहे थे। तेज रफ्तार व खराब सडक़ होने के कारण ट्रैक्टर एकाएक पलटी खा गया।
ग्रामीणों का समूह रतलाम जिले के महूखेड़ी में आयोजित वैवाहिक समारोह से लौट रहा था। इसी दौरान बैरछा व रजला के मध्य पलटी खा गई। घटना में 5 गांव के 16 लोग घायल हो गए। जिसमें 8 बच्चे व महिलाएं शामिल है। पुलिस से मिली जानकारी अनुसार दुर्घटना में माया (7) पिता कालूसिंह, रविनाथ (14) पिता मोती, लीलाबाई (60) पति मोती, कालू (45) पिता भीमा, भूलीबाई (25) पति दरबार, रामकुंवर (60) पति प्रभु, लीलाबाई (32) पति कालू, करण (8) पिता दरबार, मनीषा (12 )पिता देवीसिंह सभी निवासी गांव गिदगढ़, खुशी (5) पिता फतेहसिंह गांव भीकमपुर, कृष्णाबाई (35) पति रामेश्वर निवासी गांव निपानिया, काजू पिता (3) बद्री गांव परमारखेड़ी, भूलीबाई (10) पिता लक्ष्मण गांव किलोडिय़ा, भूरीबाई (22) पति मानसिंह गांव दिवेल, राधा (12) पिता भगवान, रेणु (25) पति विक्रम 25 वर्ष दोनों निवासी गांव अलसी घायल हुए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
एक सप्ताह में दूसरी घटना
बीते एक सप्ताह की बात करें तो ट्रैक्टर में सवार ग्रामीणों के दुर्घटनाग्रस्त होने की यह दूसरी घटना है। बीते 10 मई को उज्जैन-जावरा बायपास मार्ग पर बारातियों से भरी एक ट्रैक्टर तेज रफ्तार बस की चपेट में आ गया था। घटना में करीब 8 लोग गंभीर घायल हुए थे। घायलों का उपचार आज भी उज्जैन जिला अस्पताल में चल रहा है।
पत्रिका की चेतावनी के बाद भी प्रशासन लापरवाह
मैजिक व ट्रैक्टर ट्रॉलियों में क्षमता से अधिक सवार होकर यात्रा करने के मामले को पत्रिका द्वारा लगातार प्रकाशित किया जा रहा है। 16 मई को भी क्षमता से अधिक सवारियों को मैजिक में बैठाकर परिवहन किए जाने को पत्रिका में प्रमुखता से प्रकाशित किया गया है। इस प्रकार के मुद्दों को पत्रिका द्वारा प्रशासन के समक्ष रखा जाता है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी कार्य में व्यवस्थता और चुनावी ड्यूटी होने की बात कहकर कन्नी काट जाते है। दूसरी ओर ओवर लोडिंग यात्री वाहनों पर कार्रवाई नहीं किए जाने से ग्रामीण मनमाने तरीके क्षमता से अधिक सवार होकर मैजिक व ट्रैक्टरों में यात्रा करते है।