उमा माता की प्रतिमा स्थापना सभामंडप के वांछायन गणपति मंदिर में की गई। 28 सितंबर तक महोत्सव चलेगा। माता पार्वती व भगवान महाकाल के विग्रहों की झांकियां सजाई जाएंगी। रंगोली सत्यनारायण जोशी, पुजारी विजय शर्मा, भूषण व्यास, संदीप शर्मा, शैलेन्द्र शर्मा द्वारा बनाई गई। संझा की झांकी में उमा माताजी को शेषनाग धारण कराया गया।
रंगोली सजाओ प्रतियोगिता
दोपहर 1 बजे रंगोली सजाओ प्रतियोगिता दो वर्गों में हुई। प्रथम पुरस्कार मनस्वी शोभाकार, द्वितीय गौरी नायक एवं तृतीय पुरस्कार जान्हवी परमार तथा वरिष्ठ वर्ग में प्रथम मयंक परमार, द्वितीय विदिशा परमार एवं तृतीय पुरस्कार किरण महेरे ने प्राप्त किया। निर्णायक पं. भारत शर्मा, विकास शर्मा थे। वहीं राम मंदिर के पास बालकृष्णनाथ ढोलीबुआ महाराज ग्वालियर वालों का नारदीय कीर्तन हुआ।
चित्रकला स्पर्धा के समय व स्थान में परिवर्तन
26 सितंबर को होने वाली चित्रकला प्रतियोगिता में अपरिहार्य कारणों से समय व स्थान में परिवर्तन किया गया है। अब यह प्रतियोगिता सुबह 11 बजे प्रवचन हॉल में न होकर दोपहर 2 बजे मंदिर परिसर में नृसिंह मंदिर बरामदे में होगी। प्रतिभागियों को शीट समिति द्वारा दी जाएगी।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में आज इनकी प्रस्तुति
26 सितंबर को सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बिन्दु अत्रे द्वारा संजा गीत, परमानंद गंधर्व रतलाम द्वारा हारमोनियम वादन व भक्ति संगीत, प्रतिकल्पा सांस्कृतिक संस्था द्वारा लोकनृत्य की प्रस्तुति होगी। वहीं 27 सितंबर को शिव स्तोत्र पर आधारित संस्कृत श्लोक पाठ प्रतियोगिता दोपहर 1 बजे से प्रवचन हॉल में होगी। सभी प्रतियोगिताएं दो वर्गों में आयोजित होंगी।
जगमगाया बाबा महाकाल का शिखर
भगवान महाकालेश्वर मंदिर का शिखर बुधवार को पिक्सल व एलइडी लाइटों की रोशनी से जगमगाता नजर आया, जो श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बना। प्रशासक एसएस रावत के अनुसार बाहर से आई एक कंपनी द्वारा दो दिनों तक मंदिर के शिखर पर लाइट का डेमो दिया जा रहा है। इनमें बुधवार शाम को पिक्सल लाइटों के माध्यम से मंदिर के शिखर पर यह शो किया गया। गुरुवार को भी आकर्षक लाइट शो का आयोजन किया जाएगा।