स्लैब के साथ गिरे मजदूर, मची चीख पुकार
पाट गांव के पास छोटी काली सिंध नदी पर गुरुवार की दोपहर निर्माणाधीन पुल पर 25-30 मजदूर स्लैब डालने का काम कर रहे थे। इसी दौरान ब्रिज का करीब 15 मीटर का हिस्सा अचानक भरभराकर गिर गया। जो हिस्सा धराशायी हुआ उस पर मजदूर काम कर रहे थे जो स्लैब के साथ नीचे गिर गए और एक लोहे की जाली में फंस गए। हादसा होते ही मौके पर चीख पुकार मच गई और लोग मदद के लिए दौड़े। घटना की जानकारी लगते ही पुलिस और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्य शुरु हुआ। स्लैब के साथ गिरे 6 मजदूरों को घायल हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है । घटना के बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने तुरंत साइट इंजीनियर रघुनाथ सूर्यवंशी को निलंबित कर दिया है औऱ संबंधित ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। कलेक्टर ने ये भी बताया कि हादसे में एक ग्रामीण के भी लापता होने की सूचना है। मलबे को हटाने का काम चल रहा है और उसे हटाने के बाद ही लापता ग्रामीण के बारे में कुछ जानकारी पता चल पाएगी।
यह मजदूर हुए घायल
– गणेश पिता वानिया बवेरिया 20 वर्ष निवासी झाबुआ
– करण पिता कालू डामोर 20 वर्ष निवासी झाबुआ
– हकरिया पिता पार सिंह 40 वर्ष निवासी झाबुआ
– जयेश उम्र 40 वर्ष निवासी पाटन
– शुभम उम्र 30 वर्ष निवासी उज्जैन
– नरेश पिता कालू सिंह उम्र 19 वर्ष निवासी झाबुआ
धरने पर बैठे कांग्रेस विधायक
हादसे की खबर लगते ही कांग्रेस विधायक महेश परमार भी कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे और हादसे को लेकर ब्रिज की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा नेताओं और अधिकारियों की मिलीभगत से घटिया निर्माण किया जा रहा था और ये हादसा उसी के कारण हुआ है। धरने पर बैठे कांग्रेस विधायक व कार्यकर्ताओं ने हादसे के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।