वर्तमान में महाकाल मंदिन आने वालों के वाहन खड़े करने के लिए रूद्र सागर के सामने, भारत माता मंदिर के नजदीक व आसपास के कुछ खाली स्थान उपलब्ध हैं। आम दिनों में ही उक्त स्थान दो व चार पहियां वाहनों से भरे रहते हें। पर्व विशेष पर तो यहां वाहन खड़े करने की जगह नहीं बचती है और यातायात व्यवस्था बनाए रखना मुश्किल हो जाता है। जानकार मानते हैं कि मंदिर परिसर का विस्तार व क्षेत्र का विकास होने के बाद यहां आने वाले श्रद्धालु और पर्यटकों की संख्या काफी बढ़ जाएगी। पर्यटन क्षेत्र में भी बड़ा विकास होगा। तब श्रद्धालु-पर्यटक वाहन के साथ मंदिर के नजदीक तक पहुंच सकें और जाम की स्थिति भी न बने, यह आदर्श व्यवस्था कायम करना मुश्किल हो सकता है। प्रशासन इसके लिए वाहनों की पार्र्किंग क्षमता बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। इधर कलेक्टर ने भी मंदिर के चारो ओर के क्षेत्र में वाहनों के आवागमन व पार्र्किंग की योजना की पुन: समीक्षाा कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का कहा है।
एेसे पार्र्किंग क्षमता बढ़ाने का प्रयास
1. त्रिवेणी संग्रहालय सरफेज पार्र्किंग- स्मार्ट सिटी अंतर्गत हरिफाटक चौथी शाखा क्षेत्र में त्रिवेणी संग्रहालय के सामने सरफेज पार्र्किंग का निर्माण किया जा रहा है। यहां करीब ४५० वाहन पार्क हो सकेंगे।
2. बेगमबाग रोड पार्किंग- बेगमबाग रोड के नजदीक अंडरग्राउंड वाहन पार्र्किंग स्थल बनाने की योजना है। यहां करीब 250 चार पहिया वाहन पार्क हो सकेंगे। इसके अलावा 200 से अधिक दो पहिया वाहन पार्र्किंग की भी व्यवस्था रहेगी।
3. मंदिर के सामने- महकााल मंदिर के सामने 70 मीटर विस्तारीकरण किया जा हरा है। यहां भी सरफेज पार्र्किंग सुविधा देने की योजना है ताकि शीखर दर्शन करने वाले अपने वाहन खड़े कर सकें। यहां 200 से अधिक वाहनों की पार्र्किंग व्यवस्था का प्रयास है।
4. मन्नत गार्डन- प्रशासन ने हरिफाटक ब्रिज से पहले स्थित मन्नत गार्डन की शासकीय जमीन को कब्जे से मुक्त किया है। यहां लैंड स्केपिंग के साथ सरफेज पार्र्किंग की भी योजना हैं। अधिक जमीन उपलब्ध होने से एक हजार वाहनों की पार्र्किंग संभावित है। अधिक भीड़ होने पर इस स्थान का उपयोग हो सकता है।