सावन से पहले लगी मतदान की झड़ी… चिंता में प्रशासन
मतदाता की संख्या और एक मतदाता के मतदान में लगने वाले समय का कैलकुलेशन कर मतदान केंद्र तय होते तो लोकतंत्र के सावन में मतदान की झड़ी खुशियां बिखेरती
सावन से पहले लगी मतदान की झड़ी… चिंता में प्रशासन
नितिन चावड़ा
सावन आने को ही है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में तो इन दिनों हरा-भरा चुनावी सावन शुरू हो गया है। त्रिस्तरीय पंचायत के पहले चरण से मतदान का श्रीगणेश हो गया है। इस चरण में मतदान की झड़ी ही लग गई। उज्जैन में 85.64, बड़नगर में 84.51, शाजापुर में करीब 85 और आगर जिले के बड़ौद में 91 फीसदी मतदान हुआ। लोकतंत्र के इस यज्ञ में पूर्व वर्षों के मुकाबले इस चुनाव में बेहतर मतदान दर्ज किया गया। लेकिन मतदान की यह झड़ी प्रशासन-निर्वाचन विभाग को ओले जैसी महसूस हुई। तीनों ही जिलों में समय की पाबंदी में मतदान नहीं कराया जा सका। लोग तीन-तीन, चार-चार घंटे तक कतार में लगे रहे। यह घटनाक्रम लोगों की लोकतंत्र में आस्था का उदाहरण तो ही है लेकिन प्रशासन की तैयारियों की पोल भी खोल रहा है। तीनों ही जिलों में शाम पांच बजे बाद भी लोग कतार में लगे रहे। कई लोग अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाए। कई जगह हंगामा हुआ, जो आज तक जारी है। दूसरा चरण नजदीक है। इस घटनाक्रम से सीख लेकर अब प्रशासन मतदान की गति तेज करने पर जोर दे रहा है। चार-चार मतपत्रों पर सील लगाकर जमा करने में समय तो लगेगा ही। मतदान केंद्रों के गड़बड़ाए गणित को सुधारने की जरूरत है। मतदाता की संख्या और एक मतदाता के मतदान में लगने वाले समय का कैलकुलेशन कर मतदान केंद्र तय होते तो लोकतंत्र के सावन में मतदान की झड़ी खुशियां बिखेरती। आशा है, प्रशासन दूसरे और तीसरे चरण और निकाय चुनाव के दोनों चरण में मतदान की गति से लोगों का उत्साह बरकरार रखेगी।
Home / Ujjain / सावन से पहले लगी मतदान की झड़ी… चिंता में प्रशासन