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उमरिया

अब शिफ्ट होंगे आंगनबाड़ी केन्द्र भवन

बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर लेना है निर्णय

उमरियाSep 14, 2018 / 05:20 pm

ayazuddin siddiqui

Anganwadi center building will shift now

अब शिफ्ट होंगे आंगनबाड़ी केन्द्र भवन

उमरिया. नदी, तालाब, कुआं, खुले गड्ढे और मुख्य सड़क किनारे स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र किराए के भवन में शिफ्ट किये जायेगे। राज्य सरकार ने आंगनबाड़ी जाने वाले बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर ये फैसला लिया गया है। महिला बाल विकास विभाग के लिए इसे लेकर गाईड लाईन जारी की गयी है। जिले के कई आंगनबाड़ी केन्द्रों को किराये के भवन में शिफ्ट करने पड़ेगें।
आईएपी मद से बना आंगनबाडी केन्द्र
स्टेशन रोड शहर का सबसे व्यस्ततम मार्ग है। इस आंगनबाड़ी को आईएपी मद से बनवाया गया है। जबकि वैसे ही आईएपी मद का उपयोग केवल आईएपी के अन्तर्गत आने वाले ग्रामों के लिए था। आईएपी इंटीग्रेटेड एक्शन प्लान के तहत जिले की सीमा से लगे 17 ग्रामों को चयनित किया गया था। जिसका मुख्य उद्देश्य नक्सल संवेदनशील गावों को नक्सल समस्या से दूर रखना था। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सीएस सोलंकी ने भी इस बात का विरोध किया था। उनका मानना था, इस मद का उपयोग केवल आईएपी ग्रामों के लिए होना चाहिये था। इसके बावजूद भी उस समय स्टेशन रोड के किनारे के गड्ढे में इस आंगनबाड़ी केन्द्र को बनवा दिया गया था, जिसका खामियाजा अब भुगतना पड़ेगा। इस केन्द्र के बच्चों को यहां से दूर किराये के भवन में पढ़ाना पड़ेगा। अभिभावकों को समस्या का सामना करना पड़ेगा।
गड्ढे में बना है आंगनबाड़ी केन्द्र
जिला मुख्यालय में ही वार्ड नम्बर 15 की आंगनबाड़ी केन्द्र तो स्टेशन रोड के किनारे और नीचे गड्ढे में बनायी गयी है। इस आंगनबाड़ी के बनते समय ही कई अभिभावकों के द्वारा इसका विरोध किया गया था, लेकिन विभाग के तत्कालीन अधिकारी और निर्माण एजेंसी ने इस बात पर कोई ध्यान नहीं दिया। पूर्व कलेक्टर केजी तिवारी के कार्यकाल में इस आंगनबाड़ी केन्द्र को आईएपी मद से बनवाया गया था। नई गाईड लाईन के अनुसार इस प्रकार के भवनों को किराये के भवन में शिफ्ट करने पड़ेगें। इस आंगनबाड़ी केन्द्र में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावक अभी से चिन्ता में पड़ गये है। इन बच्चों को अब किस किराये के भवन में जाना पड़ेगा। गौरतलब है कि जिले में और भी कई आंगनबाडी केन्द्र ऐसे हैं, जिनके ठीक सामने खुले हुए कुंए भी हैं। ऐसे सभी आंगनबाडी केन्द्रों को चयन करना भी एक समस्या रहेगा।
इनका कहना
नई गाइडलाइन आयी है, इसका अध्ययन करने के बाद ही उचित निर्णय लिया जायेगा। गाईड लाईन में यदि इस आंगनबाड़ी केन्द्र को किराये के भवन के लायक समझा जायेगा तो वही निर्णय लिया जायेगा।
शांति बैले, एकीकृत महिला बाल विकास अधिकारी।
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