scriptकुपोषण से मुक्ति दिलाना चुनौती, अधिकारी इसको स्वीकार भी करें | Challenge to get rid of malnutrition, officials should accept it | Patrika News
उमरिया

कुपोषण से मुक्ति दिलाना चुनौती, अधिकारी इसको स्वीकार भी करें

कुपोषण अभियान को लेकर कलेक्टर ने की समीक्षा

उमरियाJan 17, 2020 / 04:56 pm

ayazuddin siddiqui

Challenge to get rid of malnutrition, officials should accept it

कुपोषण से मुक्ति दिलाना चुनौती, अधिकारी इसको स्वीकार भी करें

उमरिया. जिले के बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलानें के लिए इसे महिला एवं बाल विकास विभाग के अमले को चुनौती के रुप में स्वीकार करना होग। इसके लिए जागरुकता अभियान का संचालन, रणनीति पर अमल एवं अमले का कार्य के प्रति समर्पण से ही 6 माह के भीतर उमरिया जिले को कुपोषण से मुक्त करने के लक्ष्य को प्राप्त कर किया जा सकेगा। इस आशय के विचार कलेक्टर स्वरोचिश सोमवंशी ने कुपोषण अभियान के प्रगति की समीक्षा करते हुए व्यक्त किए। बैठक में सहायक संचालक महिला बाल विकास विभाग मनमोहन सिंह कुशराम एवं दिव्या गुप्ता, परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक उपस्थित रहे। कलेक्टर ने सभी पर्यवेक्षकों से इस दिशा में आ रही कठिनाइयों का फीड बैक प्राप्त किया तथा कहा कि जिला प्रशासन सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराएगा किन्तु मात्र संसाधनों से लक्ष्य की पूर्ति नहींं होती बल्कि इस कार्य को चुनौती के रुप में स्वीकार करना होगा। इस तरह के कार्यों में सफलता मिलने पर आप सभी को गर्व का अनुभव होगा ।
कलेक्टर ने रणनीति के तहत आ ई सी सामग्री का निर्माण विशेषज्ञों से कराने, जनपद स्तर पर स्वसहायता समूहों एवं एमडीएम निर्माण में संलग्न समूहों के सम्मेलन आयोजित करने, मंगल दिवस के कार्यक्रम में इसे शामिल करने, कुपोषित बच्चों को गोद लेने, समाज के प्रभावी एवं जागरुक लोगों को जोडने, पलायन करने वाले परिवारों को चिन्हित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि चिन्हित कुपोषित बच्चों को एन आर सी में भर्ती कराया जाए। इन बच्चों को सामान्य श्रेणी में लाने हेतु एन आर सी स्टाफ की जवाबदेही तय की जायेगी । संवाद कार्यक्रम के नोडल अधिकारी भ्रमण के दौरान इन परिवारों से मुलाकात करेंगे, महिला बाल विकास का स्थानीय अमला बच्चों की नियमित मानीटरिंग करेंगे तथा परियोजना अधिकारी इसके लिए जवाबदेह होगें। बच्चों को नारियल उत्पाद से बनी सामग्री एवं नारियल तेल के उपयोग से तैयार पौष्टिक सामग्री , रेडी टू ईट सामग्री के उपयोग को बढावा दिया जायेगा। कलेक्टर ने कहा कि अतिरिक्त संसाधन जिला प्रशासन द्वारा जुटाये जायेंगे। बच्चे एवं उसकी मां के फालोअप के लिए चिकित्सालय आन जाने का किराया एवं मजदूरी, इन शिविरों में चिकित्सकों की उपस्थिति , एन आर सी में भर्ती बच्चों के माता पिता का भुगतान समय पर कराया जायेगा । कुपोषण अभियान के संचालन हेतु अतिरिक्त धन की व्यवस्था नगरीय एवं कस्बाई क्षेत्रों में बेशकीमती जमीन पर शापिंग काम्पलेक्स का निर्माण बांधवगढ सहकारिता समिति से कराकर प्राप्त धन का तथा शायकीय सेवकों से ***** कार्य हेतु एक दिन का वेतन दान के रुप में प्राप्त किया जायेगा ।

Home / Umaria / कुपोषण से मुक्ति दिलाना चुनौती, अधिकारी इसको स्वीकार भी करें

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो