इस कारोबार के चलते जिले में बढ़ रहा अपराध का ग्राफ
पहले चलाई गोली, अब बैरियर में तैनात सुरक्षा कर्मी को पीटा
इस कारोबार के चलते जिले में बढ़ रहा अपराध का ग्राफ
उमरिया. प्राकृतिक संपदा के दोहन को लोगो ने अपनी कमाई का जरिया बना लिया। जिले में यह कारोबार अच्छा खासा फल-फूल रहा है। जिसके लिए रेत कारोबारी किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है। अब यही कारोबार जिले की पुलिस के लिए सर दर्द बनता जा रहा है। इस कारोबार के चलते जिले में अपराधिक वारदातों में भी इजाफा हुआ है। अभी कुछ दिन पूर्व ही इंदवार थाना क्षेत्र के सुखदास में रेत भण्डारण क्षेत्र में गोली चलने का मामला सुर्खियों में रहा। इसके ठीक बाद कोतवाली थानान्तर्गत वन परिक्षेत्र धमोखर के बस्कुटा के पास लगे बैरियर में जीतेंद्र सिंह पिता रमेश ङ्क्षसह के साथ जमकर मारपीट की गई। पीडि़त ने मारपीट की घटना की रिपोर्ट उमरिया कोतवाली में की हैं। उसने बताया कि १६ फरवरी को रात्रि लगभग १० बजे एक गाड़ी आई जिसका नंबर एमपी ६५ टी ०६८९ जो कि करकेली से रायपुर की ओर जा रही थी। बैरियर मे बाबू सिंह, गौरव तथा अन्य तीन व्यक्तियों आकर खड़े हुए और बोले जल्दी बैरियर खोलो। सुरक्षा कर्मी द्वारा नंबर पंजी में दर्ज कर बैरियर खोला गया और गाड़ी चली गई। कुछ देर बाद वही गाड़ी वापस आई साथ ही एक मिनी ट्रक बगैर नंबर का आया। जिससे पूछा गया कि कहां जा रहे हो, तभी उक्त कार से व्यक्ति उतर कर गाली गलौच करने लगे। सभी लोग लपट कर मारपीट करने लगे साथ ही धमकी दिए कि अगर थाने मे रिपोर्ट किए तो तुम्हें जान से मार देंगे। इसके बाद १७ फरवरी को बाबू सिंह गौरव तथा अन्य एक व्यक्ति मोटर सायकल से घर जाकर पूंछताछ भी कर रहे थे कि सुरक्षा कर्मी कहां गया हैं। उक्त व्यक्तियों की आपराधिक हरकतों को देखकर सुरक्षा कर्मी ने प्रशासन से जान, माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है। साथ ही धमोखर रेंज के रेंजर को भी उक्त घटना की शिकायत सुरक्षा कर्मी द्वारा की गई है। अब देखना यह है कि उक्त व्यक्तियों पर प्रशासन कानूनी शिकंजा कस पाता है या फिर किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार करता है। यह कोई पहला मामला नहीं है। जिले में रेत के इस अवैध कारोबार को लेकर आए दिन कोई न कोई घटना घटित हो रही है। कुछ दिन पूर्व ही सुखदास में गोली चलने का मामला भी प्रकाश में आया था।