कॉलरी में काम करने वाले श्रमिकों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
उमरिया•Sep 20, 2020 / 11:21 pm•
ayazuddin siddiqui
Hand employment was also lost and PF amount was not received
उमरिया. पिपरिया कालरी तथा उमरिया कालरी में मजदूरी का कार्य करने वाले मजदूरो ने प्रोवीडेट राशि दिलाये जाने कलेक्टर ज्ञापन सौंपा है। उन्होने बताया कि कुछ मजदूर डेली वेज पर पिपरिया कालरी तथा कुछ मजदूर उमरिया कालरी में मजदूरी करते हैं । उनका मुख्य कार्य अंडर ग्राउंड खदान में जाकर कार्य करना है। जिसके एवज में मजदूरों श्रमिकों कामगारों को प्रतिदिन 300से 350 रुपए तक भुगतान किया जाता है। मजदूरों को जो पेमेंट किये गए कार्य के अनुसार मिलती थी उक्त कुल पेमेंट में से ठेकेदार व्दारा तथा कोयला खान भविष्य निधि ऑफिस गुप्तेश्वर रोड जबलपुर के द्वारा पी. एफ. राशी के रूप में पी.एफ. खाते में संचय कर रखा जाता है। ठेकेदार व्दारा संबंधित मजदूर की हाजरी व कार्य करने के घंटो के आधार पर रजिस्टर मेन्टेन किया जाता है। जिस रजिस्टर में कार्य करने वाले मजदूरों की समस्या जानकारी व हिसाब लेख बद्ध किया जाता है, उसी के आधार पर प्रत्येक मजदूर का कोटेशन तैयार किया जाता है। उक्त कोटेशन के आधार पर पीएफ. की राशी तय होकर मजदूरो के पी. एफ. खाते में डाल दी जाती है, जिसे बाद में आवश्यकता अनुसार हम मजदूरो व्दारा आहरित कर लिया जाता है। 6 अगस्त 2020 को उमरिया स्थित उक्त दोनो कालरी का काम टेंडर न मिलने के कारण ठेकेदार के व्दारा बंद कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि आगे खदानों में अब और काम नहीं होगा। काम न होने के कारण डेली वेजेस के आधार पर जो पेमेंट मिलती थी वह भी मिलना बंद हो गई है। मजदूर काम तथा पेमेंट के अभाव में दर बदर भटकने को मजबूर हो गए है तथा परिवार को खिलाने के लिए अनाज खरीदने तक के पैसे नहीं बचे है। पीएफ. राशि के लिए जब सब एरिया मैनेजर से संपर्क किया गया तो उन्होंने मदद करने से इन्कार कर दिया और उनके व्दारा यह कहा गया कि आप लोग अपने ठेकेदार और मुंशी के पास जाइए। सारी जानकारी उन्ही के पास है। सभी मजदूर कुशल श्रमिक मजदूर की श्रेणी में आते हैं तथा हमारे व्दारा नौकरी में आने के पूर्व समस्त औपचारिकताएं पूर्ण की गई है। इसके बाद भी संबंधित ठेकेदार तथा मुंशी के व्दारा जो वेतन मिलना चाहिए वह नहीं दिया जा रहा है। वेतन के सम्बन्ध जो राशी सरकार व्दारा तय की गई है वह काफी अधिक हैं हम मजदूरों की उक्त तय राशी से काफी कम की राशी वेतन के रूप में दी जाती रही है। ज्ञापन सौंपने वालो में जगइया कोल, राम जीवन, राम किशोर, बोधन लाल, काशी प्रसाद, मथुरा रैदास, राज कुमार सिंह, राकेश रैदास, अंगद प्रसाद, उपेंद्र सिंह, विजय बर्मन, राम स्वरूप बर्मन आदि शामिल है।