रोगी को बरगलाकर बेचते हैं दवा
बताया गया है कि क्षेत्र में साल भर के दौरान चार से पांच बार यह लोग आस-पास के इलाकों में दवा बेचते नजर आते है। जानकारी के मुताबिक इनका दवा फायदा करे या न करे उस बात की कोई गारंटी नही रहती न ही दवा को यह वापस लेते है। जब इस सम्बन्ध में इन खानदानी दवा विक्रेताओं से बात की गई तो उनका कहना था कि वह खानदानी दवा बेचने वाले है पुस्तैनी धंधा को वह अपना रोजगार बनाये हुए है। उन्होंने बताया कि उनके दुकानों का कोई रजिस्ट्रेशन या कोई वैध दस्तावेज नही है। वह मात्र अपने पूर्वजों के बताए हुए हुनर से लोगों का अचूक इलाज करते है। अपनी बातों से मुकरा वैद्य मामले की तह तक पहुंचने के लिए जब एक व्यक्ति को पीडि़त बनाकर उनके पास भेजा गया तो वह गुप्तरोग का बेहतर इलाज करने का दावा किया। साथ ही अपने इलाज का समय बताकर लेन देन की बात भी की। लेकिन जैसे ही यह बात मीडिया की हैसियत से पूंछी जाने लगी तो कथित वैद्य ने साफ-साफ इंकार कर कहा कि वह गुप्तरोग का इलाज नही करते पेट मरोडऩे, चर्मरोग आदि की दवा देते है। जबकि उनके पंडालों में स्पष्ट रूप से टंगे बैनर यह बता रहे थे कि वह गुप्तरोगो का इलाज भी करते है।
होगी प्रभावी कार्रवाई
इस पूरे मामले थाना प्रभारी राजेशचंद्र मिश्रा का कहना था कि वह ऐसी गतिविधियों को रोकने का प्रयास सूचना मिलते ही करेंगे। वर्तमान में खानदानी दवाखाना संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई कर क्षेत्र से बाहर भगाने का आश्वासन भी उनके माध्यम से दिया गया।
बताया गया है कि क्षेत्र में साल भर के दौरान चार से पांच बार यह लोग आस-पास के इलाकों में दवा बेचते नजर आते है। जानकारी के मुताबिक इनका दवा फायदा करे या न करे उस बात की कोई गारंटी नही रहती न ही दवा को यह वापस लेते है। जब इस सम्बन्ध में इन खानदानी दवा विक्रेताओं से बात की गई तो उनका कहना था कि वह खानदानी दवा बेचने वाले है पुस्तैनी धंधा को वह अपना रोजगार बनाये हुए है। उन्होंने बताया कि उनके दुकानों का कोई रजिस्ट्रेशन या कोई वैध दस्तावेज नही है। वह मात्र अपने पूर्वजों के बताए हुए हुनर से लोगों का अचूक इलाज करते है। अपनी बातों से मुकरा वैद्य मामले की तह तक पहुंचने के लिए जब एक व्यक्ति को पीडि़त बनाकर उनके पास भेजा गया तो वह गुप्तरोग का बेहतर इलाज करने का दावा किया। साथ ही अपने इलाज का समय बताकर लेन देन की बात भी की। लेकिन जैसे ही यह बात मीडिया की हैसियत से पूंछी जाने लगी तो कथित वैद्य ने साफ-साफ इंकार कर कहा कि वह गुप्तरोग का इलाज नही करते पेट मरोडऩे, चर्मरोग आदि की दवा देते है। जबकि उनके पंडालों में स्पष्ट रूप से टंगे बैनर यह बता रहे थे कि वह गुप्तरोगो का इलाज भी करते है।
होगी प्रभावी कार्रवाई
इस पूरे मामले थाना प्रभारी राजेशचंद्र मिश्रा का कहना था कि वह ऐसी गतिविधियों को रोकने का प्रयास सूचना मिलते ही करेंगे। वर्तमान में खानदानी दवाखाना संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई कर क्षेत्र से बाहर भगाने का आश्वासन भी उनके माध्यम से दिया गया।