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उमरिया

दूसरे दिन मिला शव, ग्रामीणों में आक्रोश

सोमवार को खदान में भरे पानी में डूबा था युवक

उमरियाApr 09, 2019 / 10:46 pm

ayazuddin siddiqui

The bodies found on the second day, resentment in the villagers

दूसरे दिन मिला शव, ग्रामीणों में आक्रोश

उमरिया. क्रेशर में उपयोग के लिए पत्थर निकालने खोदी गई खदान ने एक युवक की जान ले ली। मामला चंदिया थानान्तर्गत ग्राम बांका का है। जहां तिरुपति बिल्डकान कंपनी द्वारा क्रेशर में उपयोग के लिए पत्थर निकालने खदान खोदी गई थी। ज्यादा गहराई होने की वजह से उसे ऐसे ही खुला छोंड़ दिया गया था और उसमें पर्याप्त पानी भर गया था। सोमवार को स्थानीय युवक शिवम यादव नहाने गया था और वह उसी में डूब गया। सोमवार दोपहर लगभग 12 बजे डूबे युवक को पुलिस दूसरे दिन देर शाम लगभग पांच बजे तलाश पाई। जिसे लेकर ग्रामीणो में आक्रोश देखने मिला। ग्रामीणो का आरोप था कि प्रशासन द्वारा ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया जिससे युवक को जल्दी पानी से बाहर निकाला जा सके। आक्रोशित ग्रामीण तिरुपति बिल्डकान के प्लांट में जा घुसे और धरने पर बैठ गए। ग्रामीणो ने यह भी कहा कि पूर्व में भी एक आदमी की मौत पावर प्लांट के पास हुई थी, जिस पर पुलिस प्रशासन ने लीपापोती कर मामले को दबा दिया था।
प्लांट में था हेल्पर
मृतक शिवम यादव की मां ने बताया कि विगत 6 दिनों से शिवम प्लांट में हेल्फरी का काम करने जाया करता था। एक , दो दिन वह बीच में घर भी आया है , पर रविवार की रात वह घर नही आया । सोमवार के दिन शाम को एक प्लांट का ही कर्मचारी घर आकर यह सूचना दी कि शिवम नहाने गया था, तो डूब गया है पर प्लांट के तरफ से कोई भी मृतक के घर नही गया। जिसको लेकर मृतक के परिवार में आक्रोश देखा गया। मृतक की मां ने बताया कि हम लोग थाने गये , रिपोर्ट लिखाने के लिए तो वहां रिपोर्ट भी नही लिखी गई ।
ग्रामीण भी परेशान
स्थानीय ग्रामीण कलुआ यादव पिता राम कुमार निवासी बांका ने बताया कि बीस वर्ष से हम लोग यहां पर खेती कर रहे थे, हमारे खेत मे एक कुआं था, जो कि पत्थर की खुदाई के चलते सूख गया। साथ ही तिरूपति बिल्डकान द्वारा हैवी ब्लास्ंिटग पत्थर तोडऩे के लिए की जाती है। जिससे बड़े बड़े पत्थर हमारे खेतों में आ जाते है। हम डर के कारण अपनी जमीन पर खेती नही कर पा रहे है। साथ ही उन पर जमीन बेचने के लिए दबाव भी बनाया जाता है। लगभग सैकड़ो एकड़ जमीन प्लांट के आस पास पड़ी हुई है। प्लांट से निकलने वाले डस्ट के कारण ग्रामीणों का जीना मुश्किल हो गया है। प्रशासन के सामने कई बार इस बात की गोहार भी लगाई जा चुकी है, पर कोई सुनने के लिए तैयार ही नही है।
लगाया जाम
शिवम का शव पानी से निकलने के साथ ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए और सभी ग्रामीण एकत्र होकर जाम की स्थिति निर्मित कर दिये। कुछ देर के लिए यातायात बाधित हुआ। प्रशासनिक समझाइश एवं समुचित कार्यवाही के आश्वासन के बाद यातायात बहाल हो सका।
इनका कहना है
मृतक का शव पानी से निकाल लिया गया है। प्रथम दृष्टया मृतक के परिजनो को चार लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी। मामले में समुचित कार्रवाई की जाएगी।
नीलांबर मिश्रा, एसडीएम, बांधवगढ़।
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खदान से संबंधित सभी फाइलें निकाल ली है। घटना स्थल का मुआयना भी कर लिया है। जीपीएस के आधार पर खदान में बड़ी अनियमितता बरती गई है। खदान मालिक के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
राम सिंह उइके, खनिज अधिकारी, उमरिया।

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