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उन्नाव

108 और 102 चालकों में आक्रोश, कहा- वेतन नहीं तो काम नहीं

अल्प मानदेय पर काम करने वाले श्रमिकों के हक पर डाका, खटखटाया जिलाधिकारी का दरवाजा।

उन्नावOct 19, 2017 / 08:09 am

नितिन श्रीवास्तव

108 and 102 drivers EMT protest for salary in Unnao UP Hindi News

108 और 102 चालकों में आक्रोश, कहा- वेतन नहीं तो काम नहीं

उन्नाव. शासन व प्रशासन ने मिलकर कम वेतन पर काम करने वाले श्रमिकों के खिलाफ कुछ इस प्रकार चक्रव्यूह की रचना की है कि उन्हें हमेशा दाने दाने के लिए मोहताज रहना पड़ता है। 2 हजार से 8 हजार में काम करने वाले विभिन्न विभागों मैं सेवा प्रदाता द्वारा रखे गये कर्मचारी को विगत कई माह से वेतन नहीं मिला है। 108 व 102 के पायलट और EMT विगत 3 माह से बिना वेतन के काम कर रहे हैं। इन सभी का दिवाली का त्योहार भी बिना वेतन के ही निकल रहा है। इस संबंध में बातचीत करने पर 108 चालक ने बताया कि वह विगत कई दिनों से प्रयास कर रहे हैं। परंतु उन्हें केवल आश्वासन ही दिया जाता है। संबंधित सेवा प्रदाता के प्रोग्राम मैनेजर से बातचीत करने पर भी आश्वासन ही मिला है। जिससे नाराज चालक व टीएमटी ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर बकाया वेतन की मांग की है। इस मौके पर आधा सैकड़ा से ज्यादा चालक वन टीएमटी मौजूद थे। जिलाधिकारी ने इस संबंध में सीएमओ से बातचीत कर समस्या के समाधान का आश्वासन दिया।

चालकों ने बताया कि उन्हें रोज मिलता मिलता है आश्वासन

अपने ज्ञापन में उन्होंने बताया कि विगत 3 माह से उन लोगों को वेतन नहीं दिया जा रहा है। इस संबंध में कई बार बातचीत की गई। परंतु प्रोग्राम मैनेजर आज-कल का आश्वासन देते रहते हैं। वेतन से दूर कर्मचारियों ने अपने ज्ञापन में बताया है कि यदि उन्हें वेतन नहीं मिलता है तो वह 108 और 102 की सेवाएं ठप कर देंगे। इसके पूर्व डीजल के अभाव में 108 व 102 की सेवाएं बाधित हुई थीं। गौरतलब है मोटी रकम के रूप में वेतन पाने वाले सरकारी कर्मचारियों को सरकार समय से वेतन दे देती है। इसके पूर्व भी सेवा प्रदाता ठेके पर काम कर रहे कर्मचारियों को समय से वेतन नहीं देने के कारण चर्चा में आ चुके हैं। 108 व 102 के चालक व EMT की तरह ब्लॉकों में तकनीकी सहायक के रुप में काम करने वाले कर्मचारियों के सामने भी आई थी। जिन्हें भी अल्प वेतन दिया जाता है। इसके पूर्व शिक्षा विभाग में काम करने वाले प्रेरक और सहायक प्रेरक इसी प्रकार की समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन दे चुके हैं। जिसमें उन्होंने बताया था कि उन लोगों को 18 से 30 महीने से मानदेय जो कि मात्र 2000 रुपए है, भी नहीं मिल रहा है। नाम न छापने की शर्त पर 108 चालक ने बताया कि वह खुलकर कुछ नहीं बोल सकते हैं वरना उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।

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