scriptजुलूस ए मोहम्मदी में कुछ इस तरह दिया गया मोहब्बत का पैगाम | Big crowd in procession Mohamedi | Patrika News
उन्नाव

जुलूस ए मोहम्मदी में कुछ इस तरह दिया गया मोहब्बत का पैगाम

जनपद में जुलूस ए मोहम्मदी निकालकर हजरत मोहम्मद साहब के मोहम्मद का दिया गया पैगाम

उन्नावNov 22, 2018 / 10:51 am

Narendra Awasthi

जनपद में जुलूस ए मोहम्मदी निकालकर हजरत मोहम्मद साहब के मोहम्मद का दिया गया पैगाम

जुलूस ए मोहम्मदी में कुछ इस तरह दिया गया मोहब्बत का पैगाम

उन्नाव. हजरत मोहम्म्द साहब के यौमे पैदाइश ईद मिलादुन्नबी के मौके पर जुलूस ए मोहम्मदी निकाला गया। इस मौके पर सभी को हजरत मोहम्मद साहब के मोहब्बत का पैगाम दिया गया। बारावफात के अवसर पर निकाले गए जुलूस में बड़ी संख्या में मुस्लिम भाइयों ने भाग लिया। इस मौके पर हाथों में हरे झंडे लेकर अकीदत मंदिर नारे लगाते चल रहे थे शहर मैं इस मौके पर विशेष सजावट की गई थी बड़े-बड़े दरवाजे भी बनाए गए थे। जुलूस ए मोहम्मदी में शामिल अकीदत मंदो के लिए खाने पीने की व्यवस्था की गई थी। जिसमें शरबत, मिठाई के साथ अन्य चीजें शामिल है। शहर के अलावा दूरदराज ग्रामीण क्षेत्रों में भी ईद मिलादुन्नबी मनाए जाने की खबर है। जिसमें क्षेत्र के मुस्लिम भाइयों के साथ जनप्रतिनिधियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। जुलूस ए मोहम्मदी का जगह जगह पर इस्तकबाल किया गया।

ईद मिलादुन्नबी शान शौकत से मनाया गया

हजरत मोहम्मद साहब कि यो मे पैदाइश से के मौके पर ईद मिलादुन्नबी शान शौकत से मनाया गया। जामा मस्जिद से जुलूस ए मोहम्मदी निकाला गया। जिसकी अगुवाई काजी निसार अहमद कर रहे थे इस दौरान अन्य मौलाना भी मौजूद थे। मुस्लिम समाज के लोगों ने जुलूस निकालकर भाईचारे का पैगाम दिया। हजरत मुहम्मद साहब की पैदाइश इस दिन हुई और उनका जीवन में आने का उद्देश्य मोहब्बत था। वो हर व्यक्ति तक मोहब्बत का पैगाम पहुंचाना चाहते थे। मोहम्मद साहब ने पैगाम दिया है कि मोहब्बत से जीना ही जिंदगी है। दूसरों के बुरे समय में मददगार बनने वाला अल्लाह का नेक बंदा होता है। वो अल्ला के करीब होता है। जो दूसरों की मदद करता है। अल्लाह उस पर रहमत बरसाते हैं। छोटे चौराहे से बारा वफात शुुरु होकर तमाम शहर में घुमाया जाता है। बड़ा चौराहा आईबीपी टंकी धवन रोड सहित शहर के विभिन्न इलाकों से होकर निकला। झंडे और लोग नात पढ़ते हुए निकल रहे थे। जुलूस का इस्तक़बाल नजम खाँन, सभासद मेराजुद्दीन खान, नियाज़ खाँन सहित बड़ी संख्या में अकीदत मंद मौजूद थे।

जनप्रतिनिधियों ने भी लिया हिस्सा

थाना आसीवन क्षेत्र के ग्राम मुंशीगंज सकतपुर में मोहम्मद साहब के जन्म दिन के शुभ अवसर पर मनाये जाने वाला बाराबफात का जुलूस ग्राम प्रधान मो. शकील की अगुवाई मे बड़े ही शान सौकत के साथ शांति एवं सौहार्द पूर्ण माहौल मे निकाला गया। इस कार्यक्रम को निर्बाध सम्पन्न कराने के लिए क्षेत्रीय लेखपाल योगेश सिंह के साथ थाना पुलिस तत्परता से मुस्तैद रही। मियाँगंज में भी बारावफात के मौके पर मियांगंज मे जूलूस मोहम्मदी निकाला गया। जूलूस बडी मस्जिद से तोपखाने से होता हुआ कस्बे के प्रमुख मार्गो से होता हुआ वापस बडी मस्जिद पहुंचा। जुलूस में डीजे की धुन पर मुस्लिम भाई नारे लगाते हुए आगे चले जा रहे थे। जूलूस मे हिन्दू मुस्लिम सभी तबके के लोगों ने सिरकत की। जूलूस में शुजाउर रहमान सफवी, फरहान रहमान सफवी, आफाक राजू, प्रधान मेहदी हसन अन्नू, सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

Home / Unnao / जुलूस ए मोहम्मदी में कुछ इस तरह दिया गया मोहब्बत का पैगाम

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो