scriptओडीएफ की राह में भ्रष्टाचार बड़ा रोड़ा, शौचालय बने नहीं तो धनराशि कहां गई | Biggest corruption in toilets free Odf scheme | Patrika News
उन्नाव

ओडीएफ की राह में भ्रष्टाचार बड़ा रोड़ा, शौचालय बने नहीं तो धनराशि कहां गई

बांगरमऊ विकासखंड के हरिया वर गांव निवासियों ने उप जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर जांच की मांग की
 

उन्नावDec 16, 2018 / 09:59 pm

Narendra Awasthi

 उप जिलाधिकारी

ओडीएफ की राह में भ्रष्टाचार बड़ा रोड़ा, शौचालय बने नहीं तो धनराशि कहां गई

उन्नाव. एक तरफ केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत प्रदेश को स्वच्छता में पहला स्थान दिलाने के लिए प्रयत्नशील है। वहीं दूसरी तरफ गांव की सरकार और सरकारी महकमे के मुलाजिम मोदी और योगी की मंशा को पर पूरी तरह मट्ठा डालने का काम कर रहे हैं। जिसमें ग्राम पंचायत विकास अधिकारी ग्राम प्रधान और ब्लॉक स्तर के अधिकारी की संलिप्तता जगजाहिर है। ग्रामीणों की शिकायत पर बढ़ाई गई जांच टीम ने गांव जाकर हकीकत को परखा और अपनी रिपोर्ट तैयार की इस संबंध में बातचीत करने पर जिला पंचायत राज अधिकारी ने बताया कि जांच टीम की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

उप जिलाधिकारी को दिया शिकायती पत्र

उपजिलाधिकारी बांगरमऊ को सौंपे गए पत्र में ग्राम पंचायत हरिया वर के ग्रामीणों ने बताया था कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत उनके ग्राम में सात सौ अठहत्तर शौचालय निर्माण का लक्ष्य है। जिसमें लगभग 493 शौचालयों का पैसा ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी ने निकाल लिया है। परंतु इसमें तमाम लाभार्थियों को न शौचालय ही मिला और न ही शौचालय के लिए आई धनराशि। इन लाभार्थियों में रामेश्वर पुत्र महादिन रज्जन पुत्र लालता, चम्पा कली पत्नी स्व. हीरा लाल, सुन्दर पुत्र नारायण, विनोद पुत्र राम अवतार, लालता पुत्र केदार, राम अवतार पुत्र भोला, राकेश पुत्र किशन पाल निवासी गण हरियावर विकासखंड बांगरमऊ के अतिरिक्त अन्य लाभार्थियों के नाम से हेराफेरी कर के शौचालय निर्माण कार्य का धन निकाल लेने का आरोप लगाया है।
फर्जी आईडी लगाकर निकाली गई धनराशि

उन्होंने बताया कि शौचालय निर्माण के लिए आई धनराशि को निकाल लिया गया है। जबकि शौचालय का निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है। कहीं गड्ढा छोड़ दिया गया है, तो कहीं ईटें गिरा दिए गए हैं। लेकिन शौचालय का निर्माण कार्य नहीं कराया गया। ग्रामीणों ने इस विषय में खंड विकास अधिकारी से शिकायत की। उन्होंने ग्राम पंचायत विकास अधिकारी व ग्राम प्रधान की भूमिका को संदिग्ध बताया। ग्रामीणों का कहना था कि फर्जी आईडी लगाकर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है। ग्रामीणों ने गांव में कराए गए शौचालय निर्माण की जांच उच्चस्तरीय टीम से बनाने की मांग की है। इस संबंध में बातचीत करने पर जिला पंचायत राज अधिकारी ने बताया कि शिकायत मिली है। जांच टीम को मौके पर भेजा जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Home / Unnao / ओडीएफ की राह में भ्रष्टाचार बड़ा रोड़ा, शौचालय बने नहीं तो धनराशि कहां गई

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो