गंगा घाट में की गई थी चैन खींचने की घटना
पुलिस अधीक्षक हरीश कुमार ने बताया कि गंगा घाट थाना क्षेत्र में विगत 23 अगस्त को आशा सिंह निवासी गोपीनाथपुरम कोतवाली गंगा घाट ने तहरीर देकर बताया था कि वह अपने घर से सुबह वापस जा रही थी। सरस्वती शिशु मंदिर की गली में दो बाइक सवारों ने गले की चेन झपट्टा मारकर चाहिए भाग गए। इसी प्रकार गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के ही अंबेडकर नगर निवासी फूलचंद्र की पत्नी ने तहरीर देकर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के पास सब्जी लेते समय दो अज्ञात बाइक सवारों के खिलाफ चेन छीनकर भागने का मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। यह घटना भी विगत 28 सितंबर की थी। उन्होंने बताया कि चैन छीनने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने शाहिद उर्फ शानू पुत्र अहमद अली निवासी लाल कुआं बड़ी मंडी थाना हुसैनगंज लखनऊ, राजू पुत्र मोहम्मद रफीक निवासी फहीमा बाद कॉलोनी थाना चमनगंज कानपुर को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से 2 पीली चैन एक मोटरसाइकिल काली पल्सर यूपी 78 सीआर 4674 के फर्जी नंबर की मिली। जिसका असली नंबर यूपी 78 डीआर 7540 है। इसके साथ ही दो अवैध तमंचा एक 12 बोर का दूसरा 315 बोर का मय कारतूस के बरामद किया है। वही आधा किलो ग्राम चरस भी दोनों अभियुक्तों के पास से बरामद हुई।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त सानू उर्फ शाहिद के खिलाफ लखनऊ के थाना विभूति खंड, केसरबाग, नाका बाजार, खाला, माल में सात मुकदमे दर्ज है जबकि उन्नाव के गंगा घाट में तीन मुकदमा पंजीकृत है। वहीं राजू पुत्र मोहम्मद रफीक के खिलाफ गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र में की गई घटनाओं के संदर्भ में पांच मुकदमा पंजीकृत हैं। यह सभी मामले लूट आर्म्स एक्ट एनडीपीएस धोखाधड़ी आदि के हैं।
हर बार मोटरसाइकिल का नंबर बदल देते थे घटना को अंजाम
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त पलसर मोटरसाइकिल की नंबर प्लेट बदलकर घटनाओं को अंजाम देते थे। पकड़ने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक हरप्रसाद अहिरवार, उपनिरीक्षक रविंद्र सिंह भदौरिया, उपनिरीक्षक सुबोध कुमार, उपनिरीक्षक मोहम्मद मन्नान, हेड कांस्टेबल ज्ञान सिंह, सुनील कुमार आदि शामिल थे। जिन्हें पुलिस अधीक्षक हरीश कुमार ने ₹10000 से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई।