दिव्यांग बेटी कानपुर बीघापुर तहसील के छोटे से गांव नूपुर निवासी रामकुमार सिंह मुन्ना की बेटी है जो कि एक किसान हैं और मां कल्पना सिंह गृहणी हैं। नूपुर के माता पिता का कहना है कि उनकी बेटी नूपुर सिंह चौहान जन्म से ही पैरों से दिव्यांग हैं। बेटी की इस सफलता से वह बेहद खुश हैं। घर बनवाने की बात पर उन्होंने कहा है कि घर कच्चा होने के कारण उसे बाहर जाने और अन्दर आने में काफी तकलीफ होती थी लेकिन आर्थिक समस्याओं के कारण वह पक्का घर नहीं बनवा सके।
जीत के पीछे अंग्रेजी शिक्षक की कड़ी मेहनत
एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि वह ट्राईसाइकिल पर बैठने से डरती है। इसी वजह से अब तक तीन लोगों से मिली ट्राईसाइकिल उसने दूसरे जरूरतमंदों को दे दीं। अमिताभ बच्चन ने जब यह पूछा कि वह ट्राईसाइकिल पर बैठने से क्यों डरती हैं। तो उसने बताया कि उसे लगता है कि अगर वह साइकिल में बैठीं तो फिर खड़ी नहीं हो पाएंगी। इसलिए वह साइकिल में बैठने से डरती है। इसके साथ ही उसका कहना है कि अपनी जिंदगी का पहला कदम 8 साल 3 माह की उम्र में रखा था। अब वह जिंदगी में किसी के सहारे नहीं चलना चाहतीं। जब उससे पूछा गया कि वह किससे बात करना चाहती है तो उसने अपनी अंग्रेजी की शिक्षक अपर्णा से बात की। नूपुर ने बताया कि आज वह जहां भी हैं, उसके पीछे उनकी अंग्रेजी शिक्षक की कड़ी मेहनत है, उन्होंने हमेशा हौसला बढ़ाया। कौन बनेगा करोड़पति में 12 सवालों के सही जवाब देकर 12.50 लाख जीतकर पर गांव और जिले के लोगों ने खुशी मनाई व उसकी हिम्मत और ताकत को सरहा है।
नहीं ली आरक्षण की मदद
दिव्यांग नूपुर कहना है कि निशक्त होने के बावजूद भी उसने खुद को एक सामान्य इंसान की तरह ही महसूस किया। यही उसकी सबसे बड़ी ताकत है। स्कूल हो या कॉलेज कभी दिव्यांग होने वाबजूद भी आरक्षण कोटे का कभी लाभ नहीं लिया। ट्रिपल सी हो या बीएड की पढ़ाई, कभी विकलांग कोटे का लाभ नहीं लिया। हालांकि बीएड की पढ़ाई में आर्थिक तंगी के कारण दूसरे वर्ष में पढ़ाई छोड़ दी थी। अब वह कानपुर स्थित अपनी ननिहाल में नाना, नानी और मौसी सुमन चौहान के साथ रहती हैं और वहीं कोचिंग चलाकर कक्षा 10 तक के बच्चों को पढ़ाती हैं।
परिवार को मिली बधाई
केबीसी में नूपुर ने साढ़े 12 लाख की रकम जीतने के साथ उन्नाव वालों के दिल खुशी के मारे झूम उठे हैं। उसके पैतृक गांव कपूरपुर में उनके किसान पिता राजकुमार सिंह चौहान और मां कल्पना सिंह सहित पूरे परिवार को अपनी बेटी पर नाज है। पिता व परिवार के लोगों को बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। लोगों ने नूपुर के माता-पिता को मिठाई खिलाकर बेटी की जीत की बधाई दी।