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उन्नाव

आंगनवाड़ी कार्यकत्री की हड़ताल से पोषण मिशन को धक्का, अधिकारियों के द्वारा गोद लिये गये गांव कुपोषण मुक्त नहीं

छह माह में कुपोषण मुक्त करने की समय सीमा, आंगनवाड़ी कार्यकत्री के हड़ताल ने मिशन को दी चोट…

उन्नावDec 05, 2017 / 08:18 am

नितिन श्रीवास्तव

DM instruction for malnutrition free in Unnao UP hindi news

आंगनवाड़ी कार्यकत्री की हड़ताल से पोषण मिशन को धक्का, अधिकारियों के द्वारा गोद लिये गये गांव कुपोषण मुक्त नहीं

उन्नाव. कुपोषण गांव को कुपोषण मुक्त करने के लिये जिलाधिकारी ने समय सीमा निर्धारित कर दी है। अब अधिकारियों द्वारा गोद लिये गांवों के उन हजारों बच्चों को समय सीमा के अंदर कुपोषण मुक्त करना होगा। जिलाधिकारी रवि कुमार एनजी ने शासन के चेतावनी के बाद उक्त निर्देश दिये। वहीं राज्य पोषण मिशन निदेशक ने प्रत्येक माह पोषण दिवस का आयोजन करने के निर्देश दिये हैं। इस दौरान कुपोषित बच्चों को गोद लिये अधिकारी अपने सामने स्वास्थ्य परिक्षण और पोषण का वितरण अपने सामने करायेगें। वहीं एक टास्क फोर्स का भी गठन किया गया है। इसके लिये ब्लाक स्तरीय अधिकारियों को दी गयी है। आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के हड़ताल के कारण पोषण मिशन कार्यक्रम पर काले बादल का साया है। लगभग पांच सैकड़ा आंगनवाड़ी केन्द्रों में ताला लटका हुआ है।

82 अधिकारियों ने लिये कुपोषित गांवों को गोद

सरकारी आंकड़ों के अनुसार जनपद में 74085 बच्चे कुपोषित है। जिनमें 22191 अति कुपोषण की श्रेणी में आते है। जिन्हे पोषण मिशन कार्यक्रम के अन्तगर्त कुपोषण से मुक्त करने के लिये चिन्हित किया गया है। जिसके लिये जनपद के अधिकारियों ने 82 गांवों को गोद लिया है। जिन्हे गोद लिये अधिकारियों की निगरानी में कुपोषण मुक्त किया जाना है। इसमें उन गांवों को शामिल किया गया है जो ओडिएफ हो चुके है। जिलाधिकारी रवि कुमार एनजी ने बताया कि राजय पोषण मिशन निदेशक के राज्य पोषण मिशन निदेशक द्वारा निर्देश दिये गये है कि कुपोषित बच्चों को नये सिरे से चिन्हित कर उन्हे कुपोषण मुक्त करें। पोषण मिशन के अन्तगर्त मिलने वाले सभी प्रकार के लाभ उन बच्चों तक अपने निगरानी में पहुंचाकर छह माह में गांव को कुपोषण मुक्त घोषित करे। उन्होने एमओआइसी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, बाल विकास पुष्टाहार अधिकारी, खंड विकास अधिकारी के खंड शिक्षाधिकारियों निर्देश दिया कि कुपोषित बच्चों को कुपोषण मुक्त करने की जिम्मेदारी ईमानदारी से निभायें। गांव का भ्रमण कर खामियों को दूर करें।
डेढ़ माह से हड़ताल पर है आंगनवाड़ी कार्यकत्री

गौरतलब है कि विगत डेढ़ माह से आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों की हड़ताल चल रही है। जिससे आंगनवाड़ी केंद्रों में ताला पड़ा हुआ है। लगभग पांच सैकड़ा आंगनवाड़ी कार्यकत्री स्थानीय झाड़ी शाह बाबा के निकट धरना देकर अपनी मांगों के लिये दबाव बना रही है। आज से उन्होने धरना में गति देने के लिये रणनीति बनायी है। महिला आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ की सुधा अवस्थी ने बताया कि अधिसूचना जारी होने के कारण आन्दोलन गति नहीं पकड़ रहा था। अब आंगनवाड़ी कार्यकत्री अपने आंदोलन को तेज करेगीं।

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