स्कूल की फीस के नाम पर अवैध वसूली
यह मामला उन्नाव के सदर कोतवाली क्षेत्र से उस समय सामने आया जब जनपद के नामचीन विद्यालय के छात्रों के अभिभावक जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर जिला अधिकारी को अपनी आपबीती सुनाई। इस मौके पर अभिभावकों ने जिलाधिकारी को वह रसीद दिखाई, जिसमें छात्रों से फीस ली गई थी। वसूली फीस देखकर जिलाधिकारी आश्चर्य में पड़ गए। उन्होंने सीधे कहा 50% फीस कम होनी चाहिए। विद्यालय बंद के दौरान मेंटेनेंस का खर्चा कम हो गया है तो फीस किस बात की, लड़के जब स्वयं घर में पढ़ाई कर रहे हैं तो लाइब्रेरी व कंप्यूटर की फीस किस बात की, स्कूल खुल नहीं रहा तो डायरी किस बात की।
जिला विद्यालय निरीक्षक असमर्थ
लेकिन मौके पर मौजूद जिला विद्यालय निरीक्षक जिलाधिकारी की बातों को समझ नहीं पाए। उन्होंने अभिभावकों की मांगों पर जिलाधिकारी के अनुपस्थित में कहा विद्यालय में फीस कम कराने को लेकर उनके पास कोई पावर नहीं है। लेकिन जिलाधिकारी ने 2 दिनों के अंदर समस्या के समाधान के लिए नगर मजिस्ट्रेट के साथ जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित किया। अभिभावकों में सुनीत तिवारी, संजय सिंह, जितेंद्र दीक्षित जीतू, जितेश निगम, विशाल गुप्ता, यतींद्र सिंह, फरीद उद्दीन, राजेश मिश्रा सहित अन्य लोग शामिल थे।