निलम्बन काल में उसका मुख्यालय शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय कोटा रखा गया है। उधर, प्रधानाध्यापक के वापस बहाली की मांग को लेकर ग्रामीणों ने शनिवार सुबह विद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया। विद्यार्थी व शिक्षकों को अंदर नहीं जाने दिया। सूचना पर सूचना पर मांदलिया सरपंच भरत सिंह भी पहुंचे तथा ग्रामीणों से समझाइश की, लेकिन वे नहीं माने। उसके बाद सुबह 10.30 बजे लाडपुरा बीईईओ रामविलास मीणा स्कूल पहुंचे तथा ग्रामीणों से समझाइश की।
उसके बाद ग्रामीणों के साथ बैठक की। दोपहर 1 बजे तक बैठक के कारण स्कूल खुल नहीं पाया और विद्यार्थी चले गए। जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक किशन देवतवाल ने बताया कि प्रधानाध्यापक सुनील वर्मा ने वाट्सअप पर भ्रामक प्रचार व सामाजिक सौहार्द बिगाडऩे वाला संदेश प्रसारित कर दिया।
इससे गांव में सौहार्द बिगड़ सकता था। इसकी जिला परिषद सदस्य नवीन कंठू, मांदलिया सरपंच भरत सिंह व भाजपा मण्डल महामंत्री ने लिखित में शिकायत दी थी। इसी को आधार मानकर प्रधानाध्यापक को निलम्बित कर दिया।
स्टाफ की खींचतान आई सामने बैठक में विद्यालय स्टाफ की खींचतान भी सामने आई। इस पर बीईईओ ने स्टाफ को विद्यालय व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए और व्याख्याता अनिता शर्मा को कार्यवाहक प्रधानाध्यापक पद का चार्ज दिया गया।
इस मौके पर बीईईओ ने गरीब एवं जरूरतमंद बच्चों को शिक्षण व्यवस्था में सुदृढ़ बनाने के लिए भामशाहों से आगे आने के लिए कहा। इस पर सरपंच भरत सिंह ने विद्यालय विकास के लिए पांच हजार व ग्रामीण छीतरलाल व विद्यालय स्टाफ की ओर से जरूरतमंद बच्चों के लिए शिक्षा सामग्री उपलब्ध कराने की पहल की घोषणा की।