scriptसदर कोतवाली पुलिस ने क्यों नहीं माना पुलिस अधीक्षक का आदेश! | If the car is not found in dowry, the daughter-in-law disappeared | Patrika News
उन्नाव

सदर कोतवाली पुलिस ने क्यों नहीं माना पुलिस अधीक्षक का आदेश!

पीड़ित परिवार का कहना है कि पहले उन्होंने तहरीर दी, लेकिन मुकदमा बिटिया के ससुरालीजनों की तरफ से लिखा गया

उन्नावSep 11, 2018 / 09:52 am

Narendra Awasthi

लेकिन मुकदमा बिटिया के ससुरालीजनों की तरफ से लिखा गया

सदर कोतवाली पुलिस ने नहीं माना पुलिस अधीक्षक का आदेश

उन्नाव. उन्नाव पुलिस अधीक्षक के आदेश के बाद भी सदर कोतवाली पुलिस ने दर दर की ठोकरे खा रहे परिवारीजनों को राहत प्रदान नहीं की उनका मुकदमा पंजीकृत नहीं किया। यह आरोप विवाहिता के परिजनों ने सदर कोतवाली पुलिस पर लगाया है। उन्होंने बताया है कि उसे पुलिस से न्याय नहीं मिल रहा है। जबकि वह विगत कई दिनों से अपनी बहन के ससुरालीजनों पर उसे गायब करने की तहरीर लेकर घूम रहे हैं। पुलिस वालों को ससुरालजनों द्वारा वाट्स एप पर मारपीट के दौरान घायल विवाहिता की फोटो भी दिखा रहे हैं। लेकिन सदर कोतवाली पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही। इस संबंध में विवाहिता के परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से भी शिकायत की। पुलिस अधीक्षक ने सदर कोतवाली पुलिस को मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इसके बाद भी कोतवाली पुलिस ने पीड़ित परिवार को न्याय देने की जगह पहले से ही विवाहिता के ससुरालीजनों द्वारा दर्ज मुकदमे पर ही कार्यवाही करने की जानकारी दी और पीड़ित परिवार को चलता कर दिया।
सदर कोतवाली क्षेत्र की घटना

पुरवा कोतवाली क्षेत्र के गांव टोला निवासी चंदन सिंह ने बताया कि उसकी बहन सुधा सिंह की शादी विगत 19 फरवरी 2017 को सदर कोतवाली क्षेत्र के चिरोला गांव निवासी सुरेंद्र पुत्र उर्फ रोहित सिंह पुत्र शत्रुघ्न सिन्हा के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही सुधा सिंह के ससुरालीजन चार पहिया गाड़ी के लिए उसे प्रताड़ित कर रहे थे। जिसकी जानकारी उन्हें भी मिली। उन्होंने मौके पर जाकर सुधा सिंह के ससुरालीजनों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन सुधा सिंह के ससुरालीजनों ने उनकी एक नहीं सुनी। उन्होंने यह भी कहा था कि मेरी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। जैसे ठीक होगी मैं दे दूंगा। इसी बीच सुधा सिंह के ससुरालीजनों ने उनके मोबाइल WhatsApp पर सुधा सिंह के साथ की गई मारपीट की फोटो पोस्ट की। जिसके बाद वह लोग परेशान हो गए।

2017 में हुई थी शादी, मांग थी कार की

विगत 6 सितंबर को सुधा सिंह के ससुराल से फोन आया कि तुम्हारी बेटी कहां चली गई है। वह लोग मौके पर गए जानकारी करने का प्रयास किया। लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। इस संबंध में उन्होंने सदर कोतवाली पुलिस को लिखित तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की। लेकिन सदर कोतवाली पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। जिसके बाद थक हार कर उन्होंने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र दिया। पुलिस अधीक्षक ने न्याय का आश्वासन देते हुए सदर कोतवाली को निर्देशित किया कि मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई करें। लेकिन सदर कोतवाली पुलिस ने गायब सुधा सिंह भाई की तहरीर पर कार्रवाई करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि सुधा सिंह के ससुरालीजनों द्वारा सुधा सिंह के गायब होने का मुकदमा पंजीकृत कराया गया है जिस पर कार्यवाही की जाएगी। पुलिस की कार्यप्रणाली से चंदन सिंह और उसका परिवार काफी द्रवित है। उन्हें किसी अनहोनी की आशंका से भय लग रहा है।

Home / Unnao / सदर कोतवाली पुलिस ने क्यों नहीं माना पुलिस अधीक्षक का आदेश!

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो