शाहबानो केस की तरह SC ST एक्ट को भी वोट बैंक के लिए बदला गया
इस मौके पर युवा समाजसेवी धीरेंद्र सिंह ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने बिना जांच के सिर्फ आरोप के आधार पर किसी की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। इसके लिए तमाम राजनीतिक दल व सामाजिक संगठनों ने सड़क पर उतरकर सरकार पर दबाव बनाया। जिसके बाद सरकार ने संसद में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के खिलाफ जाकर कानून बना दिया और ऐसा आरोप कानून बना दिया कि यदि कोई व्यक्ति किसी पर सच्चा झूठा आरोप लगा दे तो बिना किसी जांच के उसकी गिरफ्तारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि जब हत्या के मामले में, दुष्कर्म के मामले में जांच के बाद कार्रवाई का नियम है, तो फिर इस मामले में ऐसा क्यों नहीं। धीरेंद्र सिंह ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने एक सही निर्णय दिया था जिसे संसद में कानून बनाकर सरकार ने न्याय और मानवाधिकारों की हत्या की है। उन्होंने कहा कि के निर्णय के खिलाफ सर्व समाज आंदोलित है। जिसमें सवर्ण समाज ही नहीं ओबीसी और एससी-एसटी के भी लोग आज के आंदोलन में हमारे साथ शामिल है।
बंद का मिलाजुला असर दिखाई पड़ा
जनपद में बंद का व्यापक असर दिखा। बड़ा चौराहा, छोटा चौराहा की मुख्य बाजार में बंद रहा। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी बंद का असर देखा गया। बीघापुर स्थित कैंची मोड़ पर बंद के समर्थकों ने एसटी एससी एसटी एक्ट के विरोध में जमकर नारेबाजी की और रोड जाम कर दिया। इस मौके पर उन्होंने योगी और मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। यही स्थिति जनपद के विभिन्न हिस्सों की थी। शहर के कमला भवन में एससी-एसटी का विरोध करने वाले इकट्ठा हुए। जहां से छोटा चौराहा, बड़ा चौराहा बंद कराते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। इस मौके पर अर्जुन सिंह सोनू सिंह माधव सिंह सूरज बाजपेई राहुल शुक्ला गुड्डू बाजपेई सहित अन्य लोग मौजूद थे।
उन्नाव रायबरेली मार्ग को भी किया गया जाम उन्नाव रायबरेली मार्ग पर स्थित कैंची मोड़ के पास आक्रोशित लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और राष्ट्रीय राजमार्ग 31 को जाम कर दिया। इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की। एससीएसटी एक्ट के विरोध में भारत बंद के दौरान जनपद में कुछ खास बात देखने को मिली। सर्वसमाज ने एक सुर में एकत्रित होकर विरोध किया। प्रदर्शनकारियों में न केवल सवर्ण, ओबीसी व सिख समुदाय के लोग रहे वरन एससी – एसटी युवा भी शामिल रहे। इन युवाओं में शामिल वीरेंद्र विक्रम रावत, अमित वर्मा, वीरेंद्र कुमार, हरीश रावत, दीपराज गौतम, आकाश वर्मा, ऋतुराज गौतम आदि शामिल थे