हाथों में तख्तियां और नारा केंद्र सरकार के खिलाफ व्यापारी उतरे सड़क पर उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के नेतृत्व में व्यापारियों का जुलूस मोटरसाइकिल से शहर के प्रमुख मार्गों पर निकला। जहां उन्होंने पूरे शहर का भ्रमण किया। बड़े चौराहे से आईबीपी टंकी होते हुए फिर वापस बड़ा चौराहा, नए पुल से कचहरी और फिर जिला मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान व्यापारी पूरे रास्ते अपनी मांगों के पक्ष में जमकर नारेबाजी करते चल रहे थे। व्यापारियों की प्रमुख मांगों में जीएसटी की दरें 5% और 16% रखने की थी। इसके साथ ही जीएसटी में अधिकतम जुर्माना Rs10000 से अधिक नहीं रखने व जेल का प्रावधान समाप्त करने को भी लिखा गया है। व्यापारियों की मांग में 10 लाख का दुर्घटना बीमा तथा व्यापारियों को टैक्स कलेक्टर का दर्जा देते हुए पेंशन की मांग की गई है।
साै प्रतिशत एफडीआई व खुदरा व्यापार में विदेशी अनुमति वापस लेने की भी मांग इसके साथ ही मंडी शुल्क समाप्त करने, सिंगल ब्रांड रिटेल में 100% की एफडीआई की अनुमति की वापसी, खुदरा व्यापार में विदेशी निवेश को अनुमति ना दिए जाने, ऑनलाइन ट्रेडिंग की व्यवस्था समाप्त करने, आयकर में छूट की सीमा Rs 5 लाख करने की मांग शामिल है। व्यापारियों की मांग है कि देश में पत्थर और लकड़ी पर लागू वन विभाग के टैक्स को खत्म किया जाए। खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत अधिकतम जुर्माना 10 हजार, खाद्यान्न एवं जरूरी वस्तुओं को वायदा कारोबार से बाहर करने, बी फार्मेसी को समाप्त करने, ज्वेलर्स धारा 411 / 412 का संशोधन, पेट्रोल डीजल की कीमतों पर अंकुश और बढ़ती महंगाई पर रोक लगाने की मांग की गई है। व्यापारियों के प्रदर्शन में अजीत पाल सिंह, राजीव कुमार सिंह, शैलेंद्र गुप्ता, इस्तियाक गौरी सहित अन्य लोग मौजूद थे।