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उन्नाव

सुप्रीम कोर्ट से साक्षी महाराज ने किया प्रश्न, किया ऐलान, बढ़ सकती हैं मुश्किलें केंद्र सरकार की

पद्म विभूषण जगद्गुरु रामभद्राचार्य के राम कथा व्याख्यान में शामिल होने पहुंचे थे साक्षी महाराज
 

उन्नावOct 14, 2018 / 05:07 pm

Narendra Awasthi

पद्म विभूषण जगद्गुरु रामभद्राचार्य के राम कथा व्याख्यान में शामिल होने पहुंचे थे साक्षी महाराज

सुप्रीम कोर्ट से साक्षी महाराज ने किया प्रश्न, किया ऐलान, बढ़ सकती हैं मुश्किलें केंद्र सरकार की

उन्नाव. साक्षी महाराज ने जनपद वासियों से अयोध्या कुछ करने का आह्वान किया है। राम कथा के आयोजन में पहुंचे क्षेत्रीय सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि आगामी 6 दिसंबर से राम मंदिर निर्माण का निर्णय ना लेने की दशा में बड़ी संख्या में राम भक्त अयोध्या पहुंच सकते हैं। मगरायर स्थित नौ दिवसीय राम कथा का आयोजन किया गया है। जिसमें चित्रकूट से आए राम कथा वाचक तुलसी पीठाधीश्वर रामभद्राचार्य राम कथा के माध्यम से परिसर में मौजूद भक्तों को मंत्रमुग्ध करते रहे। राम कथा में जगतगुरु रामभद्राचार्य कहा कि राम का अर्थ राष्ट्र की मर्यादा की रक्षा करना है। इसके साथ ही दूसरा अर्थ राक्षसों का मरण। राम का जन्म ही राक्षसों के अंत के लिए हुआ था। राम कथा में बड़ी संख्या में श्रोता गण पहुंच रहे हैं।

राम मंदिर के मामले में सुप्रीम कोर्ट क्यों कर रही देरी

पद्म विभूषण जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने क्षेत्रीय सांसद साक्षी महाराज से पूछा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में देरी क्यों हो रही है। जब केंद्र में आपकी पूर्ण बहुमत की सरकार है। इस मामले में सरकार कोई फैसला लेने में देरी कर रही है। इस पर क्षेत्रीय सांसद ने कहा कि राम मंदिर के संबंध में प्रधानमंत्री से बातचीत हुई है। तीन तलाक की तरह राम मंदिर पर भी विधेयक लाने का आग्रह किया गया है। बीघापुर थाना क्षेत्र के मगरायर गांव में आयोजित राम कथा आयोजन स्थल पर पहुंचे क्षेत्र क्षेत्रीय सांसद साक्षी महाराज ने राम कथा सुनने के लिए आए भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट धार्मिक मामलों में निर्णय लेने में देरी नहीं करती है तो फिर राम जन्मभूमि मामले में देर क्यों कर रही है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट संतों पर निर्णय ले लेता है, वैवाहिक संबंधों पर भी निर्णय दे देता है, चुनाव में भी आप अपने निर्णय यदा कदा देते रहते हैं तो राम जी के मंदिर निर्माण के निर्णय देने में आपको क्या परेशानी हो रही है। साक्षी महाराज ने कहा मुझे पूरा विश्वास है कि आगामी 6 दिसंबर के पहले अयोध्या में राम मंदिर बनने को लेकर राम जी के पक्ष में निर्णय आ जाएगा। मैंने पूरे मन से सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया है।

संत राष्ट्र हित के लिए मतभेद भुलाकर एक होते हैं

राम कथा सुनने आए भक्तों को पद्म विभूषण जगतगुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि भगवान श्री राम धनुष बाण के साथ प्रकट हुए थे। इसलिए उन्हें रावण का वध करना ही था। दुष्ट जन शांति की भाषा नहीं समझते हैं। हमारे देश को गांधी की अहिंसा के पाठ से आजादी नहीं मिलती, यदि चंद्र शेखर आजाद जैसे क्रांतिकारी पैदा नहीं होते। उन्होंने कहा संत राष्ट्र की चिंता करते हैं, जब राष्ट्रपति कोई संकट आता है तो संत अपने मतभेदों को भुलाकर राष्ट्रहित में एक हो जाते हैं। एक प्रसंग का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राजा दशरथ के दरबार में विश्वामित्र राक्षसों के अंत के लिए राम और लक्ष्मण को मांगने आए थे। जबकि गुरु वशिष्ठ और विश्वामित्र में मतभेद था।लेकिन राष्ट्रहित में दशरथ के दोनों पुत्र को विश्वामित्र को देने के लिए वशिष्ठ जी पूरा प्रयास करते हैं। इस मौके पर कार्यक्रम के आयोजक रवि शंकर पांडेय, जितेंद्र दीपक पांडे अजय शंकर संजय सहित बड़ी संख्या में महिलायें आदि मौजूद थी।

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