काशी के डोमराज परिवार को मिला रामलला प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण, संतों ने घर पहुंचाया न्यौता
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं। पूरे देश में इस आयोजन का साक्षी बनने के लिए खास लोगों को निमंत्रण बांटा जा रहा है। ऐसे में धर्म की नगरी काशी के डोमराज परिवार को अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री जितेंद्रानंद सरस्वती ने स्वयं घर पहुंचकर निमंत्रण सौंपा। इस दौरान डोमराज परिवार भावुक दिखाई दिया।
काशी के डोमराज परिवार को मिला रामलला प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण, संतों ने घर पहुंचाया न्यौता
वाराणसी। धर्म की नगरी काशी में लगातार लोगों को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए न्योता दिया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार को अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री जो इस प्राण प्रतिष्ठा समारोह में महती भूमिका निभा रहे हैं ने स्वयं काशी के हरिश्चंद्र घाट के डोमराज परिवार को रामलला प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण सौंपा। 21 जनवरी को यह परिवार काशी से 22 जनवरी की प्राण प्रतिष्ठा का साक्षी बनेगा और रामलला का दर्शन करेगा। स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि आज से काशी में निमंत्रण बांटने की शुरुआत की गई है।
यह हमारा सौभाग्य है श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण पत्र लेकर स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती स्वयं हरिश्चंद्र घाट के डोमराज परिवार के सदस्य अनिल चौधरी के घर पहुंचे और वहां निमंत्रण देकर उन्हें रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में आमंत्रित किया। इस दौरान अनिल चौधरी और उनकी मां भावुक दिखीं। अनिल चौधरी ने कहा कि प्रभु श्रीराम सबके हैं और इस बात को इस निमंत्रण ने और मजबूत कर दिया है। काशी के संत स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने घर पहुंचकर हमें आमंत्रित किया है। यह हमारा सौभाग्य है।
संतों का किया था सम्मान हरिश्चंद्र घाट के डोमराज परिवार को निमंत्रण देने पहुंचे अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि काशी का पहला सपत्नीक निमंत्रण हरिश्चंद्र घाट के डोमराज परिवार को निमंत्रण दिया गया है। जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि श्री रामजन्म भूमि आंदोलन के दौरान 1994 में काशी में धर्म संसद का आयोजन किया गया था। काशी में आए हुए संत काशी के डोम राजा के घर भोजन पर पधारे थे।