यूपी में कांग्रेस ने साइलेंट वोटर मानी जानी महिलाओं का विश्वास जीतने के लिए बड़ी लकीर खींच दी है। चुनाव में 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देने का ऐलान कर उन्होंने बड़ा सियासी दांव चल दिया है। यूपी में कुल 14 करोड़ 40 लाख मतदाता हैं। इसमें 7 करोड़ 79 लाख पुरुष और 6 करोड़ 61 लाख महिलाएं हैं। यानी 45 फीसदी महिला वोटर हैं। कांग्रेस यदि 40 फीसदी महिलाओं को टिकट देती है तो सूबे की 403 सीटों में से करीब 160 महिला कैंडिडेट मैदान में होंगी। जाहिर कांग्रेस का यह कार्ड सत्ताधारी भाजपा समेत अन्य विपक्षी दलों के लिए भी परेशानी खड़ी कर सकता है।
चुनाव के ठीक पहले संघ ने अपने शारीरिक शिक्षा वर्ग सम्मेलन का कार्यक्रम स्थल नागपुर से बदलकर अयोध्या कर दिया है। अखिल भारतीय शारीरिक वर्ग कार्यक्रम के जरिए देश के नए युवाओं को संघ से जोड़ा जाता है। अयोध्या में इस कार्यक्रम को करने के पीछे माना जा रहा है कि भाजपा नए और युवा मतदाताओं को अपनी ओर जोडऩा चाहती है।
मुलायम की भीष्म प्रतिज्ञा
भाजपा और कांग्रेस की सक्रियता के साथ ही सपा ने भी अपने कील कांटे दुरुस्त करने शुरू कर दिए हैं। पिछले बार के चुनाव में बुरी तरह पराजित सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने भीष्म प्रतिज्ञा ली है। वे इस बार सपा और प्रसपा के बीच वोटों को बंटवारा नहीं होने देंगे। 22 नवंबर को मुलायम के जन्मदिन पर दोनों के बीच गठबंधन का एलान होगा। मुलायम ने बेटे अखिलेश यादव को भरोसा दिया है कि वे न तो अब कोई बयान देंगे न ही शिवपाल को कोई आर्शीवाद। अखिलेश पिता के राजनीतिक आर्शीवाद के बाद रथयात्रा पर निकल गए हैं।
बीएसपी ने 403 विधानसभा क्षेत्रों में एक प्रभारी के साथ सह प्रभारी और बूथ अध्यक्ष पर अल्पसंख्यकों की नियुक्ति की है। ये सभी मुस्लिम समुदाय के बीच जाकर बसपा की नीतियों के बारे में बताएंगे।
सोच ईमानदार, काम दमदार के नए नारे के साथ योगी आदित्यनाथ हर जनसभा में युवाओं का नाम ले रहे हैं। वे कह रहे हैं २०१७ में जब हम सरकार में आए थे तब १७-१८ फीसदी बेरोजगारी थी जो अब घटकर सिर्फ ५ फीसदी रह गयी है। नौकरियों में पारदर्शी तरीके से भर्तियों का हवाला दे रहे हैं। विकास के साथ हिंदुत्व की चाशनी घोलने का प्रयास तो है ही। यूपी में चुनावी बयार चल पड़ी है। लेकिन मतदाता अभी खामोश है।