वाराणसी

अखिलेश यादव की दो टूक, बनारस के लोग खुद तय करें कौन देगा नरेंद्र मोदी को चुनौती

पार्टी की मैराथन बैठक में सपा सुप्रीमों ने कहा, जो लड़ना चाहे लड़े पर अपना बेस वोट भी दिखाए।

वाराणसीMar 15, 2019 / 07:24 pm

Ajay Chaturvedi

Akhilesh Yadav

डॉ अजय कृष्ण चतुर्वेदी

वाराणसी. बनारस संसदीय सीट से सांसद और भाजपा के संभावित उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ 2019 के लोकसभा चुनाव में कौन टक्कर देगा, यह फैसला शुक्रवार को भी नहीं हो सका। बता दें कि सपा-बसपा गठबंधन के तहत बनारस सीट समाजवादी पार्टी के खाते में आई है लेकिन पार्टी अब तक यह नहीं तय कर पाई है कि यहां से किसे मैदान में उतारा जाय। पार्टी प्रत्याशी तय करने के लिए अखिलेश यादव ने शुक्रवार को बनारस के सभी पदाधिकारियों, वरिष्ठ नेताओं, पूर्व सांसद, विधायक, यहां तक कि 2017 विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को भी पार्ट मुख्यालय तलब किया था। पत्रिका ने एक्सक्लूसिवली यह खबर गुरुवार को चलाई थी। शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की मौजूदगी में मैराथन बैठक चली लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
सूत्रों के मुताबिक पार्टी सुप्रीमों ने बनारस के लोगों से दो टूक कहा कि आप खुद अपना उम्मीदवार चुनो। आप जो भी नाम तय करोगे हम उसे टिकट दे देंगे। साथ ही यह भी कहा कि जो भी चुनाव लड़ना चाहता है उसे अपना बेस वोट भी दिखाना होगा। अखिलेश यादव की इस बात पर बैठक में सन्नाटा पसर गया।
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि हमने बसपा के साथ गठबंधन किया है, अब और किसी के साथ गठबंधन नहीं करने जा रहे। यूपी में सपा-बसपा गठबंधन ही चुनाव लड़ेगा। यानी उन्होंने इस बयान के जरिए उन चर्चाओं पर भी विराम लगा दिया कि वह कांग्रेस प्रत्याशी को समर्थन दे सकते हैं मोदी को हराने के लिए।
सूत्रों ने बताया कि बैठक सुबह 10 बजे शुरू हुई लेकिन थोड़ी ही देर में अखिलेश कहीं चले गए फिर वह पांच घंटे बाद लौटे। उन्होंने वाराणसी के कार्यकर्ताओं और नेताओं से प्रत्याशी के बारे में पूछा फिर दो टूक जवाब भी दे दिया।
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अखिलेश यादव की गैरमौजूदगी में प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने वाराणसी के लोगों को बीजेपी की मजबूती के बारे में भी बताया। साथ ही बूथ और विधानसभा, जोन तथा सेक्टर संगठन की जानकारी भी हासिल की। इस दौरान समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सर्वसम्मति से प्रदेश के पूर्व लोकनिर्माण राज्यमंत्री सुरेंद्र पटेल के नाम का प्रस्ताव रखा। लेकिन अखिलेश के बेस वोट के मुद्दे पर बात बनती नजर नहीं आई।
बता दें कि यूपी की हाईप्रोफाइल सीटों में बनारस ही एक ऐसी संसदीय सीट है जिसके लिए अब तक विपक्ष ने अपना पत्ता नहीं खोला है। उधर भाजपा संसदीय दल की बैठक में यह तय कर लिया गया है कि नरेंद्र मोदी ही बनारस से लगातार दूसरी बार चुनाव लड़ेंगे। ऐेसे में विपक्ष को किसी कद्धावर नेता की तलाश है जो मोदी को टक्कर दे सके। पिछली बार यानी 2014 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने टक्कर दी थी। कांग्रेस तीसरे, बसपा चौथे और सपा पांचवें नंबर पर थी। इन सभी दलों के प्रत्याशी पांच अंक का आंकड़ा भी नहीं छू सके थे।
 
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