बलिया सीट से समाजवादी पार्टी एक बार फिर नीरज शेखर को मैदान में उतारेगी। वहीं पीएम मोदी की संसदीय सीट वाराणसी से सपा सुरेंद्र पटेल को प्रत्याशी बनाएगी। अखिलेश यादव के आजमगढ़ से लड़ने को लेकर काफी दिनों से कयासों का दौर जारी था। जातीय समीकरण के हिसाब से भी अखिलेश .यादव के आजमगढ़ से चुनाव लड़ने से महागठबंधन को कई सीटों पर फायदे की उम्मीद है। 2017 के विधानसभा चुनाव में आजमगढ़ जिले की 10 सीट में से नौ सीटों पर सपा-बसपा गठबंधन का कब्जा है। ऐसे में महागठबंधन के लिए आजमगढ़ की सीट सबसे सुरक्षित मानी जा रही है। वहीं वाराणसी में पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह पटेल को उम्मीदवार बनाकर पार्टी पटेल मतदाताओं के साथ साथ पिछड़ों और मुसलमानों को फोकस करना चाह रही है।