वाराणसी. डाफी टोल प्लाजा के समीप अंधाधुंध फायरिंग करने के आरोपी मऊ सदर विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी बसपा नेता अतुल राय के मंडुआडीह क्षेत्र स्थित अपार्टमेंट के फ्लैट में रविवार को कुर्की का नोटिस चस्पा किया गया। रमना पुलिस चौकी प्रभारी रामजनम यादव ने आसपास रहने वालों से अतुल राय के बारे में जानकारी मांगी।
छह जुलाई की शाम डाफी टोल प्लाजा के समीप पास लेने के चक्कर में अतुल राय के साथ मौजूद लोगों ने रोहनिया के बेटावर निवासी ईंट भट्ठा मालिक सर्वेश तिवारी व उनके चालक अजीत से मारपीट के बाद अंधाधुंध फायरिंग की थी। इंस्पेक्टर लंका ने बताया कि गाजीपुर में भांवरकोल, बीरपुर स्थित अतुल के घर पर भी कुर्की का नोटिस चस्पा किया जाएगा।
मामूली विवाद को लेकर बढ़ी थी बात
अतुल राय बसपा के झंडे लगे तीन लक्जरी वाहनों के काफिले से रामनगर की तरफ से लौट रहे थे। डाफी टोल प्लाजा के काफी पहले आगे जा रही सफारी जिसमें सर्वेश सवार थे को हार्न बजा कर किनारे करने को कहा। आगे ट्रक थी जिससे पास नहीं दिया जा सका। इस पर खिड़कियों से असलहों की नाल निकाल कर धमकी शुरू हुई। ओवरटेक करने के बाद तीनों वाहनों से एक दर्जन से अधिक लोग उतरे और सर्वेश के संग ड्राइवर को पीटना शुरू कर दिया। लोगों को जुटता देख दर्जनों राउंड हवाई फायरिंग की गई।
संगीन मामलों के आरोपित अतुल थे विधानसभा प्रत्याशी
संगीन मामलों के आरोपित अतुल राय का नाम कुछ साल पहले उस समय चर्चा में आया था जब गोदरेज कंपनी के इंजीनियर को डीरेका से अगवा कर लिया गया था। सनसनीखेज वारदात के पीछे रंगदारी की मांग बतायी गयी थी। इसके अलावा भी अतुल के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में बसपा ने जमानियां (गाजीपुर) के अतुल को प्रत्याशी घोषित किया था। अतुल ने भले जीत हासिल नहीं की लेकिन सपा के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सिंह को तीसरे स्थान पर धकेल दिया। मशक्कत के बाद भाजपा ने यहां से जीत हासिल की थी।