तिरंगा लेकर निकाला विरोध जुलूस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में तिरंगा लेकर विरोध जुलूस निकाला गया। इसे काला कानून बताते हुए वापस लेने की मांग की गयी। कई क्षेत्रों में बंद का असर देखने को मिला पर बहुत से इलाके इससे अछूते रहे। अर्दली बाजार में दुकानें बंद कराने के दौरान प्रदर्शनकारियों और दुकानदारों में झड़प भी हुई। दिन में तिरंगा लेकर बड़ा जुलूस निकाला गया जो जिला मुख्यालय तक गया। पुलिस से धक्का-मुककी भी हुई। वहां केन्द्र सरकार को तानाशाह बताते हुए उस पर वोटों के लिये सवर्णों और पिछड़ों के सम्मान से समझौता करने का आरोप लगाया गया।
बलिया में प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी विधायक को घेरा बंद समर्थकों ने सड़क जाम कर दिया और मोटरसाइकिल जुलूस निकालकर दुकानें बंद करायीं। मोदी सरकार के खिलाफ नारे लगाये गए। इस दौरान बंद समर्थकों ने बलिया सदर से बीजेपी विधायक आनंद शुक्ला का भी घेराव किया। चौराहे पर बैठकर विधायक का रास्ता रोक दिया। इस दौरान पुलिस और बंद समर्थकों के बीच जमकर नोकझोंक भी हुई। हंगामे के बावजूद बीजेपी विधायक अपनी गाड़ी से नहीं उतरे। बाद में काफी मशक्कत के बाद उन्हें वहां से सुरक्षित निकाला जा सका।
इलाहाबाद में रोकी गयी ट्रेन, करणी सेना ने किया अर्धनग्न प्रदर्शन शहर में भी बंद का असर देखने को मिला। यहां शॉपिंग मॉल्स और शो रूम्स व बड़ी-बड़ी दुकानें प्रदर्शन में नुकसान के डर से बंद रहीं। हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं सुबह में ही हिरासत में ले लिया गया था। इसके बाद संगठन के लोगों ने प्रयाग स्टेशन पर ट्रेन रोककर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान लखनऊ जाने वाले इंटरसिटी एक्सप्रेस आधे घंटे तक वहीं खड़ी रही। प्रदर्शनकारियों और जीआरपी के बीच तीखी नोंकझोंक भी हुई। बाद में किसी तरह जाकर ट्रेन रवाना हुई।
गोरखपुर में अधिकारी उतरे सड़क पर एससी एसटी एक्ट के विरोध में विभिन्न संगठनों के लोग सड़कों पर उतरे और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। गोला, बांसगांव, चैरीचैरा, खजनी, उनवल सहित अन्य हिस्सों में बंद का व्यापक असर दिखा। अधिवक्ता, शिक्षक, व्यापार संगठनों से जुड़े सवर्ण और ओबीसी बिरादरी के लोग अपने-अपने तरीकों से विरोध प्रदर्शन किया। किसी भी बवाल की आशंका को देखते हुए पूरे जिले में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। आला अधिकारी खुद पेट्रोलिंग कर रहे हैं। खबर लिखे जाने तक किसी भी बवाल की सूचना नहीं थी।
आजमगढ़ में बेअसर दिखा बंद केंद्र सरकार द्वारा एससी एसटी में किये गए बदलाव के विरोध का असर मंडल के अन्य जिलों में साफ दिखा लेकिन आजमगढ़ में बंदी बेअसर रही। इस दौरान विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने जुलूस निकाल विरोध प्रदर्शन जरूर किया। ग्रामीण क्षेत्रों में भी जगह जगह प्रदर्शन किया गया। सरकार ने विधेयक को वापस लेने तथा सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिये गए आदेश को लागू करने की मांग की। मांग पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गयी।
जौनपुर में सड़क पर तांडव यहां के सिकररा थानान्तर्गत बरईपार मार्ग स्थित बरिया पाही पर दुकान बंद कराने जुटे प्रदर्शनकारी युवकों ने जमकर उत्पात मचाया। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की गयी उसके बाद हाथों में लाठी-डंडे लेकर निकले और जबरन दुकानें बंद करायीं। सिकररा चौराहे पर दुकानें बंद कराने के दौरान कई दुकानों का सामान भी बाहर फेंक दिया। विजय कुमार नामके युवक की दुकान को नुकसन पहुचाया और विरोध करने पर बदसुलूकी भी की।
चंदौली में राष्ट्रीय राजमार्ग जाम सैकड़ों की तादाद में नाराज लोगों ने एससी एसटी एक्ट के विरोध में नेशनल हाइवे संख्या दो को जाम कर दिया। सांसद व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्रनाथ पाण्डेय के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी कीग यी। इसके अलावा सैकड़ों लोग रेलवे ट्रैक पर बैठ गए, जिससे रेल यातायात प्रभावित हुआ।
गाजीपुर में आगजनी, एसडीएम की गाड़ी रोकी मोहम्मदाबाद तिहसील के कोटवा नारायणपुर के नेशनल हाइवे पर घंटों सड़क जाम रही। टायर जलाकर भारत बंद कर समर्थन कर रहे लोगों ने सड़क पर यातायात रोके रखा। एसडीएम की गाड़ी को भी सिंचाई विभाग चौराहे पर रोक दिया गया। पूरे शहर में पीजी कॉलेज के छात्रों ने घूम-घूमकर दुकानें बंद करायीं।