देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की निगाह इस वक्त सोमवार से काशी में शुरू हो रहे 15वें प्रवासी भारीय सम्मेलन पर है। केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस सपने को साकार करने में जुटा है। वहीं इस खास मौके की पूर्व संध्या पर एक डॉक्टर उत्तर भारत के लाखों-करोड़ों मरीजों के लिए काशी में एम्स की मांग को लेकर अनशन पर बैठ गया। ऐसा नहीं कि डॉ शंकर अकेले हैं इस मुद्दे पर बल्कि उनके साथ पूर्वांचल के तमाम लोग है जो उनकी इस माग से पूरी तरह से सहमत है।
अगर ये कहें कि पूर्वांचल के स्वास्थ्य मुद्दों को लेकर एक बार फिर वाराणसी व पूर्वांचल के नागरिक सरकार के लिए चुनौती बनकर सामने आ रहे है तो गलत नहीं होगा। प्रवासी सम्मेलन से ठीक एक दिन पहले प्रख्यात कार्डियोलॉजिस्ट डॉ ओम शंकर के नेतृत्व में वाराणसी में एम्स की मांग को लेकर काशीवासी आमरण अनशन पर बैठ गए हैं।
अगर ये कहें कि पूर्वांचल के स्वास्थ्य मुद्दों को लेकर एक बार फिर वाराणसी व पूर्वांचल के नागरिक सरकार के लिए चुनौती बनकर सामने आ रहे है तो गलत नहीं होगा। प्रवासी सम्मेलन से ठीक एक दिन पहले प्रख्यात कार्डियोलॉजिस्ट डॉ ओम शंकर के नेतृत्व में वाराणसी में एम्स की मांग को लेकर काशीवासी आमरण अनशन पर बैठ गए हैं।
इस मामले पर डॉ ओमशंकर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य और शिक्षा दो मूलभूत मसले है जिसको जो भी सरकारें आईं नजर अंदाज करती गईं ।सम्पूर्ण पूर्वांचल में स्वास्थ्य और शिक्षा की हालत खस्ताहाल है। उसके बावजूद भी सरकारें वादे करती है लेकिन निभाती नही है। बनारस की जनता के स्वास्थ्य मसलो को ध्यान में रखते हुए है कि यहां स्वास्थ्य सुविधा के लिए एम्स की जरूरत है। लेकिन सरकार एम्स नही बल्कि एम्स जैसा कहकर पल्ला झाड़ लेती है। यह बनारस की जनता के साथ नाइंसाफी है। यहां सम्पूर्ण एम्स की जरूरत है,ताकि यहां कि जनता स्वास्थ्य लाभ ले सके।
जनहित के मुद्दे सबसे ऊपर :
बीएचयू के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ ओमशंकर ने कहा कि कुछ लोग यह आरोप लगा रहे है कि एम्स जैसा तो मिल गया अब एम्स क्यों ? आप राजनीतिकरण कर रहे है, तो मेरा जवाब है कि जनता सर्वोपरी है मेरा किसी राजनीतिक दल से कोई लेना देना नही है। यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था सुनिश्चित कराना हर व्यक्ति की नैतिक जिम्मेदारी है और इसी कड़ी में मेरा यह अगला कदम है जिसका समर्थन गांव गिराव सहित सम्पूर्ण शहरी क्षेत्रों जनप्रतिनिधियों का भी है और यह अनशन तब तक चलता रहेगा जबतक सम्पूर्ण एम्स बनारस को मिल नही जाता।
बीएचयू के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ ओमशंकर ने कहा कि कुछ लोग यह आरोप लगा रहे है कि एम्स जैसा तो मिल गया अब एम्स क्यों ? आप राजनीतिकरण कर रहे है, तो मेरा जवाब है कि जनता सर्वोपरी है मेरा किसी राजनीतिक दल से कोई लेना देना नही है। यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था सुनिश्चित कराना हर व्यक्ति की नैतिक जिम्मेदारी है और इसी कड़ी में मेरा यह अगला कदम है जिसका समर्थन गांव गिराव सहित सम्पूर्ण शहरी क्षेत्रों जनप्रतिनिधियों का भी है और यह अनशन तब तक चलता रहेगा जबतक सम्पूर्ण एम्स बनारस को मिल नही जाता।
बता दें कि इससे पहले भी डॉ शंकर इस मुद्दे पर आंदोलन चला चुके हैं। तब बीएचयू के कई डॉक्टरों का उन्हें समर्थन भी मिला था। लेकिन तत्कालीन कुलपति डॉ लालजी सिंह ने उन्हें इसी मसले पर निलंबित भी किया था। निलंबन अवधि में भी वह झुके नहीं। उस दौरान उन पर दबाव भी डाला गया। प्रलोभन भी दिया गया। डराया-धमकाया भी गया। पर वह समूचे उत्तर भारत के लोगों के स्वास्थ्य के लिए वचनबद्ध हैं।
डॉ ओमशंकर के अभियान को आम आदमी पार्टी का समर्थन वाराणसी में पूर्वांचल समेत आस- पड़ोस के लगभग चार राज्यों के भी आम मरीजों के बढ़ते दबाव को देखते हुए पूर्व की भांति आज भी “एम्स” की मांग का समर्थन करते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार प्रति हजार पर एक डॉक्टर होना चाहिये, परंतु भारत में 11082 व्यक्ति पर एक डॉक्टर हैं, वहीं उत्तर-प्रदेश, बिहार में लगभग 27000 लोगों पर एक डॉक्टर हैं, यह आंकड़ा बेहद चिंतनीय हैं।
बीएचयू के सरसुन्दर लाल या ट्रामा सेंटर पर चाहे जितना सुविधा या धन खर्च कर दिया जाये, वह एम्स नहीं बन सकता जिसके अनेक कारण हैं , एम्स होने पर गरीबों, आम आदमी को भी रियायती दर पर कैंसर, किडनी, लिवर, हृदय ट्रांसप्लांट इत्यादि रोगों का इलाज किया जा सकता हैं।
बीएचयू के सरसुन्दर लाल या ट्रामा सेंटर पर चाहे जितना सुविधा या धन खर्च कर दिया जाये, वह एम्स नहीं बन सकता जिसके अनेक कारण हैं , एम्स होने पर गरीबों, आम आदमी को भी रियायती दर पर कैंसर, किडनी, लिवर, हृदय ट्रांसप्लांट इत्यादि रोगों का इलाज किया जा सकता हैं।
वाराणसी भगवान धन्वंतरि की धरती रही हैं, जिन्होंने भगवान शंकर का भी इलाज किया था। वाराणसी प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र हैं। जब गोरखपुर, पटना में एम्स हो सकता हैं तो वाराणसी में क्यों नहीं।
आज “एम्स” के मांग को लेकर डॉ. ओमशंकर जी के आमरण अनशन के समर्थन में बीएचयू के सिंह द्वार पर आम आदमी पार्टी के पूर्वांचल प्रान्त अध्यक्ष संजीव सिंह जी नेतृत्व में समर्थन पत्र देकर धरना दिया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष मुकेश सिंह,मनीष गुप्ता, राहुल सिंह,अर्चना श्रीवास्तव, प्रेमशीला पटेल,सरोज शर्मा,अखिलेश पांडेय,प्रमोद श्रीवास्तव, मधु भारती, सागर यादव, जयप्रकाश सिंह आदि सम्मिलित थें।