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बीजेपी व अनुप्रिया पटेल की अपना दल में गठबंधन है। अपना दल के पास पटेल वोट बैंक है। पिछड़ी जाति के आरक्षण को तीन वर्ग में बांटा गया तो इस वोट बैंक को नुकसान होगा। अनुप्रिया पटेल नहीं चाहेंगी कि उनके वोटरों को किसी प्रकार का नुकसान हो। अखिलेश यादव के साथ यादव वर्ग के वोटर जुड़े रहते हैं इसलिए उनको नुकसान भी होता है तो राजनीतिक दृष्टि से बीजेपी को समस्या नहीं होगी। बीजेपी किसी भी हाल में पटेल वोटरों को नाराज करने का जोखिम नहीं ले सकती है। यूपी में राहुल गांधी, अखिलेश यादव व मायावती को महागठबंधन संभावित है इसलिए बीजेपी नहीं चाहेगी कि इतने बड़े महागठबंधन का मुकाबला करने से पहले अपने गठबंधन को कमजोर किया जाये। बीजेपी की इसी रणनीति पर चलने पर तैयार है लेकिन सुभासपा ने ऐसा मुद्दा उठा दिया है जिसे बीजेपी स्वीकार भी नहीं कर सकती है ओर उससे इंकार भी नहीं। वजह साफ है कि पिछडों को तीन वर्ग में आरक्षण देने का मुद्दा सबसे पहले यूपी के तत्कालीन सीएम राजनाथ सिंह ने ही उठाया था।
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