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बीजेपी ने जब यूपी चुनाव में प्रत्याशी उतारा था तो पार्टी में सबसे अधिक विद्रोह हुआ था इसके बाद बागी लोगों को मनाने के लिए खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का आना पड़ा था। पीएम मोदी ने तीन दिन रोड शो करके आठों सीटों पर भगवा लहरा दिया था। बीजेपी ने पुराने अनुभव से सबक लेते हुए मेयर पद पर ऐसा प्रत्याशी उतारा है, जिससे पार्टी के अंदर किसी को विरोध करने का मौाक न मिले।
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बीजेपी ने आरएसएस के पुराने नेता के परिवार को मेयर पद का टिकट दिया है। इसके चलते पुराने नेता भी विरोध नहीं कर रहे हैं। शहर दक्षिणी के विधायक रहे श्यामदेव राय चौधरी जैसे नेता भी टिकट कटने से नाराज थे और बीजेपी के कार्यक्रमों में अधिक सक्रियता नहीं दिखा रहे थे। श्यामदेव राय चौधरी दादा जैसे जमीनी नेता ने भी नामांकन के समय अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर यह संदेश देने का प्रयास किया था कि पूर्व सांसद से उनकी निकटता रही है इसलिए मेयर पद के प्रत्याशी को लेकर किसी तरह की दिक्कत नहीं है। विद्रोह नहीं होने से बीजेपी को बड़ी राहत मिली है अब देखना है कि बीजेपी प्रत्याशी का जनता कितना साथ देती है।
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