वाराणसी. सूबे के मुखिया अखिलेश यादव पुलिस व्यवस्था दुरूस्त करने के लिए तमाम योजनाओं का संचालन करा रहे हैं ताकि कानून-व्यवस्था के साथ ही यूपी पुलिस का चेहरा भी बदले लेकिन लगता है कि वाराणसी पुलिस इससे इत्तेफाक नहीं रखती। शराबी मित्रों से यारी निभाने के लिए पुलिसकर्मियों ने एक युवक के साथ पहले छिनैती की और फिर उसे पुलिस चौकी में तब तक पीटते रहे जब तक वह चिल्लाते-चिल्लाते बेहोश नहीं हो गया। पीडि़त ने इंसाफ के लिए एसएसपी का दरवाजा खटखटाया है लेकिन अब तक उसे न्याय नहीं मिला है।
मामला भेलूपुर थाना क्षेत्र की अस्सी पुलिस चौकी से जुड़ा है। लंका थाना क्षेत्र के नगवां इलाके का रहने वाला कार्तिक दास किसी कार्यवश रविदास पार्क से शनिवार को गुजर रहा था। पीडि़त कार्तिक के अनुसार उसका मित्र जीवन अपने साथियों के साथ दिन में ही सरेआम पार्क में बैठकर शराब पी रहे थे। उन लोगों ने कार्तिक को भी शराब पीने के लिए कहा तो उसने इंकार कर दिया। नशे में धुत जीवन व उसके साथियों को कार्तिक का इंकार करना नागवार गुजरा।
कार्तिक को सभी ने पकड़ लिया और जबरन शराब पिलाने की कोशिश की। कामयाब न होने पर उसे पकड़कर अस्सी पुलिस चौकी ले आए। चौकी पर जीवन के कुछ सिपाही मित्र मौजूद थे। कार्तिक का आरोप है कि जीवन व उसके साथियों के कहने पर सिपाहियों ने उसके जेब में मौजूद चार हजार रुपये छीन लिए। रुपये छीनने के बाद सिपाहियों ने कार्तिक के हाथ-पैर बांधकर डंडे से फंसाने के बाद शरीर के पिछले हिस्से में तब तक मारते रहे जब तक वह दर्द से चीखते-चीखते बेहोश नहीं हो गया। बुरी तरह पीटने के बाद उसे सिपाही घर के बाहर फेंक आए। बेटे व पड़ोसियों ने उठाया और अस्पताल ले गए लेकिन कोई उपचार को तैयार नहीं हुआ।
पीडि़त परिजनों के साथ लंका थाने पहुंचा सिपाहियों की शिकायत लेकर लेकिन उसे पुलिसकर्मियों ने भगा दिया। इसकी जानकारी जब सिपाहियों को हुई तो कार्तिक को फिर पकड़कर चौकी ले आए और जमकर पीटने के बाद धमकी देते हुए भगा दिया। दो बार पुलिस की क्रूरता का शिकार होने के बाद पहले तो कार्तिक की हिम्मत टूट गई लेकिन उसने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए रविवार को एसएसपी कार्यालय का दरवाजा खटखटाया है लेकिन उसे इंसाफ कब मिलेगा यह यक्ष प्रश्र है।
देंखे वीडियो https://youtu.be/fBqo8h8K4Wc
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