उन्होंने कहा कि धर्मिक स्थल खोलने की अनुमति कुछ पाबंदियों के साथ दी जा रही हैं, जिनका पालन हर हाल में सबको करना होगा। एकबार फिर दोहराया कि एकबार में पांच से ज़्यादा लोग धर्म स्थल के अंदर नहीं रहेंगे। जो लोग बाहर इंतज़ार करेंगे उनके लिये भी प्रतीक्षा लाइन में 6-6 फीट की दूरी पर खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करना होगा। मास्क सभी के लिए अनिवार्य होगा। प्रवेश द्वार पर थर्मल स्कैनिंग कर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोरोन के लक्षणों वाला या संक्रमित व्यक्ति किसी कीमत पर प्रवेश नहीं करेगा। हर व्यक्ति का हैंड सेनीटाइज किये जाते रहें।
घंटा-घड़ियाल छूना प्रतिबंधित रहेगा प्रसाद स्वरूप जल छिड़काव भी न किया जाए। धार्मिक स्थल समय समय पर को सैनिटाइज किया जाता रहे। उन्होंने कहा कि ये सारी व्यवस्थाएं धार्मिक स्थल के प्रबन्धन को सुनिश्चित करनी होंगी।
उन्होंने कहा कि धर्म स्थल खोलने की कोई बाध्यता नहीं है। अगर कोई चाहे तो स्वत: कुछ दिनों के लिए धार्मिक स्थल बंद रख सकता है।