देश भर की कई युनविर्सिटियों में समाजवाद और समाजवादी चिंतन की पढ़ाई और शोध कार्य होते हैं, पर अब तक सांस्कृतिक समाजवाद का पठन-पाठन देश के विश्वविद्यालयों में उपेक्षित रहा है। पर इसके अध्ययन और अध्यापन के लिये काशी हिंदू विश्वविद्यालय आगे आया है। इसके लिये बीएचयू के सामाजिक विज्ञान संकाय में डाॅ. राम मनोहर लोहिया चेयर फाॅर स्टडीज ऑफ कल्चरल सोशलिज्म स्थापित किया जाएगा।
संकाय के डीन प्रो. कौशल किशोर मिश्रा के मुताबिक आत्मनिर्भर भारत के लिये सांस्कृतिक समाजवाद को जानना और समझना हर एक के लिये बेहद जरूरी है। इसके लिये जरूरी है क इस विषय का विधिवत अध्ययन और अध्यापन किया जाए। इसके लिये बीएचयू में एक पीठ की स्थापना की जाएगी। उन्होंने बताया क इस पीठ का नाम सांस्कृतिक समाजवाद स्थापित करने का नारा देने वाले डॉ. राम मनोहर लोहिया के नाम पर रखा जाएगा। सांस्क्तिक समाजवाद के संदर्भ में शोधकार्यों को प्रोत्साहित कयिा जाएगा। बताते चलें कि पीएमओ की प्राथमिकता सूची के आधार पर शिक्षा मंत्रालय दिशा निर्देश मिलने के बाद संकाय में डॉ.राममनोहर लोहिया चेयर के गठन के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इसके पांच करोड़ का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।