ये भी पढ़ें- अनलॉक 1: यूपी में अब चलेंगी रोडवेज बस, टैक्सी, फल/सब्जी मंडी का बदला समय, नाई की दुकानों को भी निर्देश रामचंद्र के बेटे जगदंबा सोनी ने बताया कि 30 मई की रात 8 बजे तक उनके पिता ठीक थे। रात में उन्हें खाना खिलाने के बाद सभी सो गए। रविवार की सुबह गाड़ी छिवकी रेलवे स्टेशन (मिर्जापुर) के पास पहुँची तो उन्हें उठाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं उठे।
ये भी पढ़ें- जौनपुर में 19, वाराणसी में मिले 14 कोरोना पॉजिटिव, 7823 हुई यूपी में संक्रमितों की संख्या ट्रेन कैंट रेलवे स्टेशन पहुंची, जहां डॉक्टरों ने जांच की। रामचंद्र को मृत घोषित कर दिया। जीआरपी इंस्पेक्टर अशोक कुमार दुबे ने बताया कि परिजनों का कहना है कि बुजुर्ग की मौत स्वभाविक प्रतीत हो रही है। उधर, रेलवेकर्मियों ने लाश को बोगी संख्या-एस 8 से नीचे उतारा। फिर विभागीय कार्रवाई में लोग लगे रहे। इसके पहले बुधवार को भी मुम्बई से वाराणसी के मंडुआडीह पहुँची ट्रेन की एक बोगी में भी दो लोगों की मौत हो गई थी।