यह भी पढ़े:-देव दीपवाली के लिए सज गये घाट, गंगा में भी चला सफाई अभियान
देशी व विदेशी पर्यटकों ने अपनी नाव व बजड़े को रोकवा कर गंगा आरती देखी। लोगों ने कहा कि ऐसा नजारा पहले कभी देखने को नहीं मिला था। काशी की देव दीपवाली अद्भृत होती है इस देखना सौभाग्य की बात होती है।
यह भी पढ़े:-काशी में इसलिए मनायी जाती है देव दीपावली, बेहद रोचक है इसकी कहानी
दशाश्वमेध घाट पर गंगोत्री सेवा समिति के बैनर तले गंगा आरती की गयी। समिति के संस्थापक सदस्य किशोरी रमण दूबे (बाबू महाराज) के देखरेख में मां गंगा का गाय के 51 लीटर दूध से दुग्धाभिषेक किया गया। इसके बाद 21 बटुकों ने 42रिद्धि सिद्धि संग मां गंगा की आरती की। इसके बाद बजड़े पर बने भव्य मंच पर सांस्कृति कार्यक्रम की ऐसी सुर सरिता की गंगा बही की लोग आनंद के गोते लगाते रहे।
यह भी पढ़े:-बनारस में देव दीपावली के दिन धनवर्षा, 80 करोड़ से अधिक का होगा कारोबार
देव दीपावली में पारंपरिकता के संग आधुनिकता का संगम देखने को मिला। राजघाट पर लेजर शो के जरिए मां गंगा के मर्म को दिखाया गया। संदेश दिया गया कि मोक्षदायिनी गंगा को निर्मल रखना सभी का कत्र्तव्य है। इसके अतिरिक्त काशी के 84 घाट व 36 कुंडों में इसी तरह भव्य ढंग से सजावट की गयी।
सीएम योगी आदित्यनाथ भी देव दीपवाली देखने के लिए पहुंचे। निर्धारित समय से देर में पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ सबसे पहले खिड़खिडय़ा घाट पहुंचे और फिर नाव के जरिए विभिन्न घाटों पर देव दीपवाली देखी। सीएम के प्रोटोकॉल के अनुसार देर रात में काशी विश्वनाथ कॉरीडोर का निरीक्षण भी करना था।
यह भी पढ़े:-टीवी सीरियल में था असिस्टेंट कैमरामैन, पैसों की जरूरत ने बना दिया लुटेरा
गंगा में भारी भीड़ को देखते हुए एनडीआरएफ की 11 वी बटालियन ने मोर्चा संभाले रखा। एनडीआरएफ की बोट लगातार 84 घाट पर पर भ्रमण करती रही। फिल्म अभिनेता अनिल कपुर ने फ्लाईओवर हादसे में शहिद हुए एनडीआरएफ के आरक्षी भवानी शंकर व राम मिलन चौहान को आकाशदीप जला कर भागीरथ शौर्य सम्मान दिया। साथ ही परिजनों को भी सम्मानित किया गया।
यह भी पढ़े:-महिला IAS बी चन्द्रकला के नाम पर किया ऐसा काम कि दर्ज हुआ मुकदमा, मचा हड़कंप