वाराणसी. लोकतंत्र का महापर्व, 19 मई 2019, समय करीब 10.30 बजे, स्थान, गुरुनानक खालसा बालिका इंटर कॉलेज। दो किशोर, एक युवती और एक युवक। दोनों ट्राइसाइकिल पर। ट्राइसाकिल को ढकेल रहे थे, उनके माता-पिता। ये दोनों किशोर भाई-बहन है रोली और अक्षत रस्तोगी। जन्मजात विकलांग हैं। शरीर जरूर कमजोर है। वे अपने पैरों पर चल नहीं सकते, पर दिमाग से दोनों ही तेज। इनकी मुलाकत होती पत्रिका संवाददाता से।
रोली ने पत्रिका से बातचीत में रोली ने बताया उसने सेंट्रल हिंदू स्कूल से इंटरमीडिएट किया। इग्नू से ग्रेजुएशन किया। फिलहाल बैंकिंग सेवा में जाने के लिए तैयारी कर रही हैं। ये भी पढ़ें-वो़ट डालने पहुंचे 90 साल के शुक्ल भाई- बहन, 70 साल मे नहीं छूटा एक भी चुनाव
रोली ने बताया कि मैंने पहली बार वोट दिया है और चाहती हूं कि जो वोट दिया उसका सही यूज हो। प्रधानमंत्री जिस तरह से विकास कर रहे हैं। वह हमारे जैसे लोगों के लिए भी कुछ करें। हम जैसे लोगों का इंडिया में बेहतर ट्रीटमेंट हो सके। उन्होंने बताया कि उन्हें और उनके भाई अक्षत को स्पाइनल मस्कुलर एंजॉप्री नामक डिजीज है। इसमें शरीर बेहद कमजोर हो जाता है। ऐसे रोगी पूरी तरह से दूसरों पर आश्रित होते है। जैसे में हम दोनों भाई बहन, माता पिता पर पूरी तरह से आश्रित हैं। मुझे ये अच्छा नहीं लगता। मैं चाहती हूं कि मैं अपने पैरों पर खुद से खड़ी हो सकूं। मैं उड़ना नहीं चाहती पर चलना चाहती हूं ताकि अपने जैसे और लोगों की मदद कर सकूं। लेकिन यह तभी संभव होगा जब इसका इलाज भारत में संभव हो। विदेशों में तो इसका इलाज शुरू हो गया है लेकिन वह काफी महंगा है जिसे हमारे अभिभावक अफोर्ड नहीं कर सकते। ऐसे में एक तो भारत में इलजा की व्यवस्था हो साथ ही सरकार कुछ आर्थिक मदद भी करे।
UP News से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Uttar Pradesh Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर .. UP Lok sabha election Result 2019 से जुड़ी ताज़ा तरीन ख़बरों, LIVE अपडेट तथा चुनाव कार्यक्रम के लिए Download करें patrika Hindi News App .