शहर में जुलूस ओं का क्रम सुबह से ही शुरू हो गया। सुबह 8:00 बजे तक शहर के विभिन्न इलाकों से छोटे बड़े कई जुलूस निकले इनमें लोगों ने सर्व पर रंग-बिरंगे बांध रखी थी उनके हाथों में हरे रंग के इस्लामिक झंडे लहरा रहे थे कई जगह जुलूस ओं में इस्लामिक झंडों के साथ तिरंगे भी लहराते हुए देखे गए। इस दौरान लगातार सरकार की आमद मरहबा और नूर वाला आया है जैसे नारे नबी की शान में लगाए जा रहे थे। दोपहर को सभी जुलूस बेनियाबाग पहुंचे जहां उलेमा ने पैगंबर साहब के विचारों उनकी जिंदगी और उनके बताए हुए रास्तों के सिलसिले से हिदायत की तकरीर की और सभी से उनकी सुन्नत पर अमल करने का आह्वान किया।
जोलूसों का सिलसिला शाम को भी जारी रहा। दोपहर बाद भी कई इलाकों से जुलूस निकले जो शाम तक अपनी मंजिल पर पहुंचे शाम को शहर के ज्यादातर मुस्लिम इलाकों में नातिया मुशायरा और नबी की शान में महफिल सजी जो देर रात तक चलती है इस दौरान दिन भर ईद मिलादुन्नबी को लेकर कड़ी सुरक्षा का इंतजाम देखा गया।