उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के तहत सभी को बकायदा नि:शुल्क ट्रेनिंग दी जाती है। पर्यावरण की रक्षा करना सभी की जिम्मेदारी है और छोटे-छोटे कदम से भी पर्यावरण की रक्षा की जा सकती है। अजय सिंह ने कहा कि जिन चीजों को बेकार समझ कर फेंक दिया जाता है इससे कूड़ा फैलता है हम लोग इन्हीं चीजों का प्रयोग कर दैनिक जीवन में काम आने वाली चीजों को बनाते हैं। सारी चीजे पर्यावरण फ्रेंडली होती है इससे किसी तरह का प्रदूषण नहीं होता है। उन्होंने कहा कि शहर में ट्रेनिंग देने के लिए तीन सेंटर बनाये गये हैं। बादशाबाग कॉलोनी, लोहता व बसनी में सभी को इसकी ट्रेनिंग दी जाती है। हुनर बनारस के तहत कबाड़ से जुगाड़ कार्यक्रम चलाया जाता है। साई इंस्ट्रीट्यूट ऑफ रूरल डेवलेपमेंट के तहत ट्रेनिंग पायी लड़कियों आराम से अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर लेती है।
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