छात्रों ने पहले परिसर में जुलूस निकाला और कक्षाओं का बहिष्कार किया। इसके बाद कुछ देर के लिए परिसर को बंद कराया। छात्रों ने कहा कि केन्द्र सरकार वंचित व शोषितों के साथ न्याय नहीं कर रही है। केन्द्र सरकार को हम लोगों की चिंता होती तो इस मुद्दे पर अध्यादेश ला देती। केन्द्र सरकार से हम लोग लगातार मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार हम लोगों की सुध नहीं ले रही है। 13 प्वाइंट रोस्टर से आरक्षित वर्ग को सबसे अधिक नुकसान होगा। विश्वविद्यालय में सभी लोगों को समान मौका देने के लिए ही आरक्षण की नीति लागू की गयी थी लेकिन 13 प्वाइंट रोस्टर लगा कर आरक्षण की नीति का उल्लंघन किया जा रहा है। छात्रों ने कहा कि इस मुद्दे पर यूजीसी की भूमिका भी सही नहीं है। यूजीसी हम लोगों के साथ अन्याय कर रही है। केन्द्र सरकार जब तक 13 प्वाइंट रोस्टर के खिलाफ अध्यादेश नहीं लाता है तब तक विश्वद्यिालय में भर्ती के विज्ञापन पर रोक लगनी चाहिए। छात्रों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हम लोगों की मांग नहीं मानी गयी तो सड़क पर उतर कर आंदोलन तेज कर देंगे। इसकी सारी जिम्मेदारी केन्द्र सरकार की होगी। आंदोलन में डा.अनीष सोनकर, छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष राहुल राज, डा.मिथलेश गौतम, संदीप यादव, मनीष वर्मा, भरत कुमार, शेखर गुप्ता, नेहा कुमारी आदि छात्र व छात्रा शामिल थे।
यह भी पढ़े:-भगवान श्रीराम वनवास में खाते थे यह फल, कुंभ से पता चल रही यह खास कहानी