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जब पूर्वाचल के इस नेता की गिरफ्तारी पर राहुल गांधी पहुंच गए थे गांव, अब प्रियंका ने दी बड़ी जिम्मेदारी

locationवाराणसीPublished: Oct 10, 2019 06:08:05 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

-छात्र जीवन से ही रहे जुझारू अब यूपी कांग्रेस में मिला बड़ा ओहदा-इलाके की वो नदी जिसके बारे में वहां के जनप्रतिनिधियों ने कभी नहीं उठाई आवाज तो छेड़ा बड़ा आंदोलन-तत्कालीन सरकार ने किया गिरफ्तार तो पूरी कांग्रेस पहुंच गई साथ देने

विश्वविजय सिंह

विश्वविजय सिंह

डॉ अजय कृष्ण चतुर्वेदी

वाराणसी. कांग्रेस महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने यूपी की टीम चुनने में ऐसे-ऐसे लोगों को तरजीह दी है जो वास्तव में जमीन से जुड़े नेता है। आमजन की जरूरतों से लेकर पर्यावरण संरक्षण तक की लड़ाई लड़ने वाले। सिर पर बोझा ढोने से भी न कतराने वाले जुझारू नेताओं को यूपी कांग्रेस में महत्वपूर्ण पद मिलना सबको अचंभित कर रहा है। निःसंदेह इस तरह के लोगों को जोड़ कर प्रियंका ने पार्टी को नए सिरे से यूपी में खड़ी करने के लिए लंबी लकीर खींच दी है।
विश्वविजय सिंह और राहुल गांधी
IMAGE CREDIT: अजय चतुर्वेदी
इसी कड़ी में प्रियंका ने गोरखपुर के इस युवा कद्धावर नेता को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी में महासचिव का ओहदा सौंप कर आम कार्यकर्ताओं को पहली बार तवज्जो दिलाई है। ये वो नेता हैं जिन्होंने पार्टी के लिए अपना कैरियर दांव पर लगा दिया। बात हो रही है गोरखपुर के जमीनी नेता विश्व विजय सिंह की। वो विश्वविजय जिन्होंने गोरखपुर में आमी नदी को बचाने के लिए जब आंदोलन खड़ा किया तो कई पर्यावरणविद् भी उनके साथ हो लिए। बड़ी लड़ाई लड़ी गई। इसी आंदोलन के तहत धरना प्रदर्शऩ के दौरान जब विश्वविजय को तत्कालीन सरकार ने गिरफ्तार किया तो तकरीबन पूरा गोरखपुर उमड़ पड़़ा था उनके पीछे। इतना ही नहीं तब राजनीति में नए-नए आए तत्कालीन कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी भी गोरखपुर पहुंच गए। विश्वविजय ने राहुल गांधी को साथ लेकर आमी नदी की बुरी स्थिति का दर्शन कराया। उसके बाद तत्कालीन कांग्रस सरकार ने आमी नदी के संरक्षण के लिए केंद्र से योजना बनाई। काम शुरू हुआ पर कांग्रेस सरकार जाने के बाद वह परियोजना पूरी नहीं हो सकी। लेकिन विश्वविजय लगातार आमी नदी को बचाने के लिए संघर्षरत रहे। वह आमी नदी के संरक्षण के मुद्दे पर कई बार जेल गए। लेकिन उसका असर यह हुआ कि गीडा की कई फैट्रियों को आमी में जहरीला पानी छोड़ना बंद किया।
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विश्वविजय सिंह
IMAGE CREDIT: अजय चतुर्वेदी
विश्व विजय 90 के दसक में गोरखपुर के दिग्विजय नाथ पीजी कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष रहे और एनएसयूआई के जरिए गोरखपुर विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति में उनकी अच्छी खासी धमक रही। अब कांग्रेस आलाकमान द्वारा गोरखपुर के विश्वविजय सिंह को प्रदेश कमेटी का महासचिव बनाए जाने पर गोरखपुर के जमीन से जुड़े कांग्रेसियों का मनोबल बढ़ा है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता आलोक शुक्ला ने कहा कि राष्ट्रीय महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने जिस तरह नौजवान साथियों को संघर्ष की कमान सौंपी है, वह सराहनीय कार्य है। उससे कार्यकर्ताओं में उत्साह और उर्जा का संचार हुआ है। विश्व विजय सिंह विद्यार्थी राजनीति और जन संघर्षों की उपज हैं, अब सरकार के जनविरोधी कार्यों के खिलाफ जनांदोलन को गति मिलेगी।
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विश्वविजय सिंह
IMAGE CREDIT: अजय चतुर्वेदी
वैसे इस कमेटी में इस बार जातीय समावेशी फार्मूले को साधा गया है। कमेटी में लगभग 45 फीसदी पिछड़ जातियों को प्रतिनिधित्व दिया गया है। पिछड़ी जाति में भी हशिए पर खड़ी अतिपिछड़ी जातियों पर ज्यादा फोकस किया गया है। दलित आबादी को करीब 20 फीसदी का नेतृत्व दिया गया है। इस नेतृत्व में प्रभुत्वशाली दलित जातियों के अलावा अन्य जातियों को भी नेतृत्व का मौका मिला है। मुस्लिम नेतृत्व करीब 15 फीसदी है। जिसमें पसमांदा मुस्लिम कयादत पर भी जोर दिया गया है। नई कांग्रेस कमेटी में लगभग 20 फीसदी सवर्ण जातियों का प्रतिनिधित्व है। कांग्रेस ने जातीय समीकरण को समावेशी जातीय प्रतिनिधित्व के फार्मूले से साधने की कोशिश की है। कमेटी में महिलाओं को भी उचित प्रतिनिधित्व दिया गया है।
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