मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले साढे चार सालों में पांच लाख 80 हजार करोड़ रुपये का लाभ जरूरतमंदों तक पहुंचा दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इतना ही नहीं इस लूट तंत्र को समाप्त करने के लिए हमारी सरकार ने सात करोड़ ऐसे लोगों को व्यवस्था से बाहर कर दिया, जिनका वजूद था ही नहीं। वो केवल कागजों पर थे और सरकारी योजनाओ का लाभ उठा रहे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वाराणसी में 15वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस मौके पर मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद थे। डॉ. भीमराव अम्बेडकर क्रीड़ा संकुल में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले लोग कहते थे कि, ‘भारत बदल नहीं सकता है’ लेकिन हमने उऩकी सोच ही बदल दी। दुनिया आज हमारे देश के सुझावों को गंभीरता के साथ सुन और समझ रही है। उन्होंने कहा कि बीते साढ़े चार वर्ष में भारत ने दुनिया में अपना स्वाभाविक स्थान पाने की दिशा में एक बड़ा कदम बढ़ाया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने डीबीटी यानी खातों में सीधे अन्तरण के माध्यम से एक रुपए में से 85 पैसे की लूट को शत-प्रतिशत खत्म कर दिया है। बीते साढ़े चार साल में करीब 05 लाख 80 हजार करोड़ रुपए (80 बिलियन डॉलर) सीधे लोगों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर हुए है। बीते साढ़े 04 वर्षों के दौरान संकट में फंसे दो लाख से ज्यादा भारतीयों को इस सरकार के प्रयासों से मदद मिली है।
मोदी ने भारत के विकास में प्रवासियों को योगदान देने के लिए कई सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि आप जहां भी रहते हैं, यदि वहां से अपने आसपास के कम से कम 05 परिवारों को भारत आने के लिए प्रेरित करेंगे तो आपका यह प्रयास देश में टूरिज्म बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने बताया कि पासपोर्ट के साथ-साथ वीज़ा से जुड़े नियमों को भी सरल बनाने के दिशा में काम किया जा रहा है।
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