बता दें कि, पहली बार मुख्तार अंसारी ने बसपा के टिकट पर ही विधानसभा चुनाव जीता था।फिर जीत का सिलसिला जारी रहा। दो बार मुक्तार निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे और जीते भी। एक बार फिर 2007 में मुख्तार बसपा में शामिल हो गए। आपराधिक मामले सामने आऩे के बाद 2010 में बसपा ने उन्हें पार्टी से बाहर निकाल दिया। इसी बाद मुख्तार अपने भाइयों के साथ मिलकर कौमी एकता दल का गठन किया। जिसके बाद साल 2012 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने कौमी एकता दल के टिकट पर मऊ सीट से जीत हांसिल की।
गौरतलब है कि, मुख्तार अंसारी पर कृष्णा नंद राय की हत्या का आरोप है। कृष्णा नंद राय ने मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी को 2005 चुनाव में मोहम्मदाबाद सीट से हराया था। जसके बाद उनकी हत्या हो गई थी। जिसका आरोप अंसारी बंधुओं पर है। ऐसे ही 40 से अधिक आपराधिक मामले मुख्तार अंसारी पर दर्ज हैं।
वहीं मंगलवार को बांदा जेल में मुख्तार अंसरी व उऩकी पत्नी दोनों को दिल का दौरा पड़ा है। बताया जा रहा है कि, पत्नी मुख्तार अंसारी से मिलने गईं थी। इसी बीच बाहुबली मुख्तार अंसारी को दिल का दौरा पड़ गया। यह खबर सुनते ही पत्नी को भी सदमा लग गया। साथ ही पत्नी की हालत बिगड़ गई। हालत नाजुक देखते हुए दोनों को लखनऊ रेफर कर दिया गया है। वहीं खबर सुनते समर्थकों में हलचल बढ़ गई। समर्थकों ने आरोप लगाया कि, विधायक जी को खाने में जहर दिया गया, इसलिए इनकी हालत बिगड़ी है। मुख्तार अंसारी की हालत सिरियस बताई जा रही है।