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‘जीका’ को लेकर WHO ने घोषित किया ग्लोबल इमरजेंसी

डेंगू की तरह मच्छरों के माध्यम से फैलने वाले ‘जीका’ वायरस के भयावह रूप से बढ़ते प्रकोप को देखते हुए विश्व स्वास्थ संगठन (WHO) ने वैश्विक स्वास्थ आपातकाल की घोषणा की। 

वाराणसीFeb 02, 2016 / 10:02 am

डेंगू की तरह मच्छरों के माध्यम से फैलने वाले ‘जीका’ वायरस के भयावह रूप से बढ़ते प्रकोप को देखते हुए विश्व स्वास्थ संगठन (WHO) ने वैश्विक स्वास्थ आपातकाल की घोषणा की। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक मार्गरेट चान ने कहा,’यह वायरस अनेकों देशों में खतरनाक रूप से फैल रहा है और इसकी रोकथाम के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एकजुट होकर कोशिशें करनी होंगी।’ 

20 देशों में फैल चुका है जीका
जीका वायरस की चपेट में ब्राजील समेत लगभग 20 अन्य देश आ चुके हैं, जहां लाखों लोग इसके संक्रमण के खतरे के दायरे में हैं। चान ने सोमवार को कहा कि जीका का प्रसार बहुत तेजी से हो रहा है और जल्द ही इससे निपटने के कोई कारगर उपाय नहीं किए गए तो साल के अंत तक 40 लाख अन्य नए मामले सामने आ सकते हैं। 

प्रेग्नेंट महिलाओं पर जीका का सबसे ज्यादा असर
जेनेवा में संगठन की आपात बैठक हुई जहां इस खतरनाक वायरस के फैलाव को रोकने संबंधी कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक में इसको अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खतरनाक बताते हुये वैश्विक स्वास्थ आपात की घोषणा की गई। जीका वायरस का सबसे ज्यादा असर गर्भवती महिलाओं पर पड़ रहा है और इसे अजन्में बच्चों के लिये महामारी के रूप में देखा जा रहा है। इस वायरस की वजह से भ्रूण में ही मस्तिष्क का विकास रूक जाता है। 

ब्राजील पर सबसे ज्यादा प्रकोप
गौरतलब है कि उत्तर और दक्षिण अमेरिका में इस वायरस से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। मच्छरों से इंसानों में फैलने वाले इस खतरनाक वायरस का प्रकोप सबसे ज्यादा ब्राजील में देखा जा रहा है। ब्राजील में पिछले कुछ समय में दिमागी रूप से कमजोर हजारों बच्चों का जन्म हुआ है जिसे इस वायरस से जोड़ कर देखा जा रहा है। ब्राजील की स्थिति इस मायने में भी ज्यादा चिंताजनक है क्योंकि यहां छह महीने बाद ओलंपिक का आयोजन होना है। 

WHO की घोषणा के बाद निपटने में आएगी तेजी
ऐसी उम्मीद व्यक्त की जा रही है कि डब्ल्यूएचओ के जीका को लेकर वैश्विक स्वास्थ आपात की घोषणा के बाद इस खतरनाक वायरस से निपटने के प्रयासों में तेजी आएगी। एक अनुमान के अनुसार इस वायरस को खत्म करने के लिये वैक्सीन तैयार करने में दो साल का समय लग सकता है जबकि इस वैक्सीन की वैश्विक स्तर पर उपलब्धता पर 10 वर्ष से अधिक का समय लग सकता है।

‘जीका एलर्ट’ देशों की सूची बढ़ी
अमेरिकी रोग नियंत्रण और रोकथाम केन्द्र (सीडीसी) ने खतरनाक ‘जीकाÓ वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए चार और देशों को चेतावनी सूची में शामिल किया है जहां यात्रा करना इस वायरस के संक्रमण के लिहाज से जोखिम भरा हो सकता है। सीडीसी ने चार देशों अमेरिकन सामोआ, कोस्टा रिका ,क्यूराकाओ और निकारागुआ को भी चेतावनी सूची में शामिल कर लिया है जिसके बाद सूची में ऐसे देशों की संख्या बढ़कर 28 पहुंच गई है। सीडीसी ने पहली चेतावनी सूची पिछले महीने जारी की थी लेकिन जीका वायरस के लगातार बढ़ते प्रसार को देखते हुए अमेरिका ने जीका प्रभावित क्षेत्रों की नई सूची जारी की है। सीडीसी ने जारी एक बयान में कहा है कि इन क्षेत्रों में यात्रा करना वायरस के संक्रमण के लिहाज से जोखिम भरा हो सकता है।



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